स्रोत: न्यूज़ भारती हिंदी
जम्मू, अप्रैल 24 : अलगाववादियों द्वारा पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाने की कड़ी निंदा करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के केन्द्रीय कार्यकारिणी सदस्य इन्द्रेश कुमार ने कहा कि अलगाववादियों को पाकिस्तान भेज देना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो लोग पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगा रहे हैं, उन्हें भारत की सरजमीं पर रहने की इजाजत भारत सरकार ने नहीं देनी चाहिए।
इंद्रेश कुमार मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (एमआरएम) के संरक्षक भी हैं। इन्होंने एक सेमिनार में’देश से पहले की चुनौतियां और भारतीय मुसलमानों की भूमिका’ पर बोलते हुए ये बातें कहीं। इस सेमिनार का आयोजन एमआरएम की जम्मू-कश्मीर ईकाई ने किया था। जम्मू-कश्मीर विधानसभा के सभापति कविंदर गुप्ता इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे।
इन्द्रेश कुमार ने कहा कि भारत सरकार ने सभी कश्मीरी अलगाववादियों को पाकिस्तान भेज देना चाहिए। इसका परिणाम कश्मीरी राष्ट्रवादी लोगों के लिए शांति और समृद्धि भरा होगा। उन्होंने कहा कि यह सरकार और जनता की सदभावना है कि पाकिस्तान के समर्थन में स्लोगन लहराने के बावजूद यहां रहने दिया जा रहा है लेकिन अब बर्दाश्त करने की सीमा खत्म हो गई है।
उन्होंने मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद को सलाह दी कि वह जनादेश और भाजपा के समर्थन का सम्मान करते हुए विकास पर ध्यान दें। कुमार ने कहा कि राज्य सरकार को प्रदेश के सभी क्षेत्रों में विकास पर ध्यान देने की जरूरत है। आजादी के बाद देश में हुए सांप्रदायिक दंगों पर चिंता जताते हुए इंद्रेश कुमार ने कहा कि इससे आम आदमी के जीवन और जानमाल को भारी नुकसान पहुंचता है।
इंद्रेश कुमार ने मुस्लिम समुदाय के लोगों से अपील की कि वे अपना शोषण मौकापरस्त समूह हुर्रियत कॉन्फ्रेंस से न होने दें। उन्होंने कहा कि ये लोग लोगों के जीवन से शांति और सुख को छीनकर उन्हें भड़काने का काम करते हैं। ये मौकापरस्त समूह जम्मू-कश्मीर में शांति प्रक्रिया, संपन्नता, विकास और शिक्षा के खिलाफ काम करते हैं। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक हाजी मोहम्मद अफजल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में केवल मुस्लिम मुख्यमंत्री बनें हैं, लेकिन सभी ने निजी फायदे के लिए काम किया।