राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल बैठक 23,24,25 अक्टूबर को भाग्यनगर (तेलंगाणा) में आयोजित की गई. आज अहमदाबाद में आयोजित पत्रकार परिषद में बैठक के बारे मे जानकारी देते हुए श्री मुकेशभाई मलकान (प्रांत संघचालक, रा. स्व. संघ, गुजरात) ने कहाँ कि बैठक के प्रारंभ मे पिछले दिनों स्वर्गवासी हुए महानुभावो को जिनमे गुजरात से प.पू. प्रमुख स्वामी महाराज, पू. इंदिराबेटी जी, श्रीमती दीवालीबहन भील, श्रीमती उर्मिलाबहन पटेल, श्री प्रफुलभाई दोषी तथा श्रीमती पूर्णिमाबहन पकवासा को श्रधांजलि दी गई.
संघकार्य की स्थिती के विषय मे जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि वर्तमान मे देशभर मे 52,102 दैनिक शाखायें, 13,734 साप्ताहिक मिलन तथा 8,121 संघ मंडल कार्यरत है. गुजरात में 1,374 दैनिक शाखायें, 716 साप्ताहिक मिलन तथा 547 संघ मंडल कार्यरत है. इसके अलावा गुजरात मे संघ के द्वारा 2,567 सेवाकीय प्रकल्प चलाये जाते है.
गत दिनों मे गुजरात मे हुई घटनाओ के कारण समाज मे जो कड़वाहट आ गई थी रा. स्व. संघ गुजरात द्वारा समाज मे सदभाव और सौहार्द का वातावरण बनाने के लिए लगभग 200 सदभाव बैठक और संत संमेलन किये गए. जिसमे सभी समाज के बंधु सहभागी हुए. पर्यावरण के क्षेत्र मे रा. स्व. संघ गुजरात द्वारा 1,25,000 वृक्षारोपण किये गए.
अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल बैठक मे दो प्रस्ताव पारित किये गए जिनमे से पहला प्रस्ताव में केरल में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा संघ तथा अन्य विचारधारा के विरुद्ध मे की जा रही हिंसा की कठोर शब्दों मे निंदा की गई. केरल में 1942 में अपना कार्य प्रारंभ करने के समय से ही संघ द्वारा केरल प्रदेश के नागरिकों में राष्ट्रीय भावना, एकता एवं एकात्मता का भाव उत्पन्न करने के पवित्र कार्य में लगा है तथा इसकी लोगों में सतत बढ़ती लोकप्रियता एवं प्रभाव से हताश होकर वामपंथी विशेषकर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, संघ की शाखाओं व कार्यकर्ताओं पर अकारण एवं नृशंस आक्रमण कर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को समाप्त करने के निष्फल प्रयासों में जुटे हुए हैं. अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल द्वारा केरल सरकार के साथ-साथ केन्द्र सरकार से यह आवाहन किया गया कि हिंसा के दोषी-तत्वों के विरुद्ध तुरंत उचित कार्यवाही करते हुए, केरल में विधि-सम्मत शासन सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाएँ. अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल संचार माध्यमों सहित जनसामान्य से भी आवाहन किया कि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के हिंसात्मक तौर-तरीकों के विरुद्ध जनमत निर्माण करने के लिए विभिन्न मंचों पर अपनी आवाज उठाएँ.
दुसरे प्रस्ताव में विश्व के सम्मुख उभरती वर्तमान चुनौतियों के सन्दर्भ में अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल ने कहाँ कि हमारा सुविचारित मत है कि पंडित दीनदयाल जी उपाध्याय द्वारा शाश्वत भारतीय चिंतन के आधार पर प्रतिपादित “एकात्म मानव दर्शन” के अनुसरण से ही इन सबका सहज समाधान संभव है. चर-अचर सहित समग्र सृष्टि के प्रति लोक-मंगल की प्रेरक एकात्म दृष्टि के साथ सम्पूर्ण जगत के पोषण का भाव ही इसका आधार है. आज विश्व के सामने आर्थिक विषमता, जेहादी आतंकवाद और पर्यावरण की चुनौती है जिसका समाधान पंडित दीनदयाल जी उपाध्याय द्वारा शाश्वत भारतीय चिंतन “एकात्म मानव दर्शन” के आधार पर संभव है.
मुकेशभाई मलकान ने बताया कि बैठक के अंत में सरकार्यवाह श्री भय्याजी जोशी द्वारा एक निवेदन मे कहाँ गया कि गत कुछ दिनों में पं बंगाल, तमिलनाडु एवं कर्नाटक जैसे कुछ राज्यों में अतिवादी जेहादी तत्वों द्वारा की गई क्रूर सांप्रदायिक हिंसा और प्रस्थापित सत्ता केन्द्रों की निष्क्रियता की कठोर निंदा करता है और ऐसी हिंसा फ़ैलाने वालों के विरुद्ध त्वरित कार्यवाही तथा अतिवादी तत्वों के प्रति सतर्क रहने की संघ माँग करता है.
गत विधानसभा चुनावों के बाद पं बंगाल में, हिन्दुओं के विरुद्ध सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं में भयावह वृद्धि हुई है, जिनमें अब तक अनेक मृत्यु एवं बड़ी संख्या में लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. अनेक ग्रामों में, हिन्दुओं की सम्पत्ति को नष्ट किये जाने, महिलाओं के उत्पीड़न, मंदिरों तथा मूर्तियों को भ्रष्ट करने की घटनाओं आदि के परिणामस्वरूप हिन्दू समाज इन क्षेत्रों से पलायन करने को विवश हो रहा है.
पत्रकार परिषद मे श्री विजयभाई ठाकर (प्रांत प्रचार प्रमुख, गुजरात), श्री हितेन्द्रभाई मोजिद्र (प्रांत सह प्रचार प्रमुख, गुजरात), श्री हरेशभाई ठक्कर (प्रांत संपर्क प्रमुख, गुजरात) तथा बड़ी संख्या मे पत्रकार मित्र उपस्थित रहे.