अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्णकालिक कार्यकर्ता सम्मेलन के तीसरे दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघ चालक मोहन भागवत ने कहा कि नौजवान भारत की ताकत हैं। नौजवानों के दम पर ही भारत महाशक्ति बनेगा। परमार्थ निकेतन में गुरुवार को पहले सत्र में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने युवाओं में देशप्रेम का जोश भरा। उन्होंने कहा कि हमारा देश ऊर्जा से भरा है। इस ऊर्जा को शक्ति के रूप में बदलने की जरूरत है। भारत की पहचान हिन्दुत्व से है, जो वसुधैव कुटुम्बकम की भावना के अनुरूप सभी को साथ लेकर चलने की क्षमता रखता है। संघ प्रमुख ने कहा कि हिन्दुत्व विचार वैश्विक है, जो उसका गौरव बढ़ाता है। आज समाज में सुधार की आवश्यकता है। समाज ही सरकार को चलाता है। संघ प्रमुख ने युवाओं ने शक्तिशाली भारत बनाने में जुटने का आह्वान किया।
एबीवीपी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री रघुनंदन ने कहा विभिन्न छात्र संगठनों की नजर एबीवीपी पर है, इसलिए एबीवीपी की शक्ति को बढ़ाया जाना जरूरी है। कॉलेज के साथ गांव स्तर पर इकाइयों का गठन करना एबीवीपी का लक्ष्य है। शाम के सत्र में संघ के सह सर कार्यवाह सुरेश सोनी ने युवाओं को स्वामी विवेकानंद के विचारों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि पुरानी आदतों को छोड़कर नई आदतें ग्रहण करने की ईच्छा होनी जरूरी है। दुनिया क्या कह रही है, हमें उस ओर नहीं देखना है। हमें वह करना चाहिए जो हमें अच्छा लगता है।
सम्मेलन में एबीवीपी के राष्ट्रीय महामंत्री हरी बोरीकर, राष्ट्रीय महामंत्री सुनील आमोवर, प्रफुल्ल कुमार, उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष प्रवीण कुमार, महामंत्री रमेश गडि़या, संघ के क्षेत्रीय प्रचार प्रमुख विपिन कर्णवाल और रवि थपलियाल सहित विभिन्न प्रांतों से आए एबीवीपी 492 कार्यकर्ता मौजूद थे।
साभार – विश्व संवाद केन्द्र उत्तराखंड