वि.सं.केंद्र, गुजरात
भारतीय विचार मंच, गुजरात द्वारा शनिवार को आयोजित एक व्यख्यान मे बोलते हुए प्रसिद्ध विचारक, लेखक, चिंतक तारक फताह ने कहाँ कि हम एक बहुत ही कठिन दौर से गुजर रहे है. हम जिस नफ़रत की फ़िजा मे जी रहे है उसका फायदा उठाकर अंग्रेजो ने हमें बाँट दिया जिसके परिणामस्वरूप सिर्फ 100 किलोमीटर के दायरे में 10 लाख आदमी, औरत, बच्चे इस बंटवारे मे क़त्ल हो गए, न सिर्फ पंजाब का बंटवारा हुआ, बंगाल का भी हुआ.
अंग्रेज जाते-जाते हमारे गाल पर तमाचा मारते गए और उनके जाने के बाद हमने भी वही घटिया काम किया, और फिर सिर्फ 25 साल के अंदर हमने 1971 मे 30 लाख मुसलमानों को मार दिया. एक सफ़ेद रंग के पंजाबी फ़ौज ने एक काले रंग के छोटे मुसलमान का कत्लेआम कर दिया. पाकिस्तान बनने के साथ ही 10 लाख लोग 1947 मे और 30 लाख लोग 1971 मे और उसके बाद हर दिन 100 आदमी बलूचिस्तान मे मारा जायेगा क्या ऐसा किसी ने सोचा था. यह जो धरती है जिसे हम माँ कहते है, यहाँ का न तो हिन्दू कही जायेगा न ही मुसलमान कही जायेगा. आपका नसीब अच्छा हो या बुरा आपको तो साथ ही रहना पड़ेगा आपका दुश्मन मुसलमान नहीं है आपका दुश्मन है पाकिस्तान. आप दाउद को जगह-जगह खोज रहे है, अरे पाकिस्तान तो पूरा मुल्क ही दाउद है.
आपकी तो पहचान ही हिन्द, इंडस, सिंध से है उसे तो आपने भुला ही दिया, गंगा, ब्रह्मपुत्र बांग्लादेश मे जाकर मिलते है. बंटवारे के बाद आपके पास बचा क्या? मेरी आपसे दरख्वास्त है यदि आपको इस धरती को बचाना है तो आपको यह समझना पड़ेगा कि इस कैंसर का नासूर इस्लामाबाद मे है और जिसका नाम है जनरल हेड क्वाटर, रावलपिंडी. जिसका नाम है आई एस आई. जिसने पैदा किया आई. एस. आई. एस. अब यह भारत की समस्या है सीरिया, ईरान, इराक की नहीं. हमें अपने अस्तित्व को बचाने के लिए इस नासूर को मिटाना ही होगा. क्योकि दुश्मन की निगाह आप पर है जिसको कहते है गजवा ए हिन्द. इसका युगांडा, सीरिया, कोंगो से कुछ लेना देना नहीं है.
उनकी नज़र मे हो लोग इस्लाम का कारोबार करते है चाहे वो लोग देवबंद से हो, या फिर मुस्लिम ब्रदरहुड से या तालिबान हो वो सब वही कोकाकोला के अलग-अलग फ्लेवर है यह वह जो सिर्फ एक जगह बनाया जाता है उस जगह का नाम है ईस्लामाबाद. वह इसलिए क्योकि जबतक यह जहर दुनिया भर मे फैलता रहेगा पाकिस्तानी जनरलो का कारोबार चलता रहेगा. इसके खिलाफ खड़ा होगा हिंदुस्तान का मुसलमान और उसका साथ देगा यहाँ का हिन्दू. भारत मे हिन्दू और मुसलमानों की वह शादी है जिसमे तलाक नहीं हो सकता.
हिंदुस्तान के मुसलमानों के सामने बड़ी ही क्लियर कट चॉइस है औरंगजेब और दारा शिकोह जो हिंदुस्तान का मुसलमान है उसका लीडर है दारा शिकोह और जो हिंदुस्तान का दुश्मन है उसका लीडर है औरंगजेब. जिसने अपने बाप का क़त्ल किया, बेटे का क़त्ल किया, बहन का क़त्ल किया ऐसा औरंगजेब हमारा लीडर नहीं हो सकता. जबतक देवबंद से यह आवाज नहीं आती दारा शिकोह जिंदाबाद, औरंगजेब मुर्दाबाद तबतक हमें पता है कि तुम किसके साथ हो.
यह वह हिंदुस्तान है जिसने तुम्हे पनाह दी जब मक्का मे मस्जिद नहीं थी तब मदीना के बाद दूसरी मस्जिद हिंदुस्तान मे बनाने की इजाजत हिन्दू राजा ने दी थी. औरंगजेब हमारा दुश्मन था औरंगजेब के नाम से इस देश मे कोई जगह नहीं होनी चाहिए. यह ऐसा देश है जिसने हर धर्म हर कौम के लोगो को पनाह दी. चाहे धर्म कोई भी हो लेकिन सत्य एक ही होता है और सत्य यह है कि हमने 700-800 सालों तक इस देश पर बड़े जुल्म किये है एक मुसलमान होने के नाते आज मे इसके लिए आपसे माफ़ी मांगता हूँ.
गाँधी जी ने अच्छी भावना मे बहकर पाकिस्तान को 17 करोड़ रुपए देने की गलती की थी लेकिन जिन्हा ने विदेशी एजेंट बनकर हिंदुस्तान के दोनों बाजू कट दिए उसको आप कभी माफ़ मत करना. जब तक सिंध का दरिया, जबतक वह जगह जहाँ महाभारत लिखी गई, जो गंगा के किनारे नहीं परन्तु पंजाब मे लिखी गई थी जो आज पाकिस्तान मे है, जबतक रावी, सतलुज, चिनाब और ईन्ड्स हिंदुस्तान से कटे हुए है उसदिन तक, जिस तरह नेपाल भूटान आज़ाद है उसी तरह बलूचिस्तान की आज़ादी आपकी जिम्मेदारी है.
बलूचिस्तान आज़ादी के वक्त हिंदुस्तान से जुड़ना चाहता था लेकिन नेहरु की गलती की वजह से यह हो न सका. बलूचिस्तान वो मुल्क है जो आपके नानी का मंदिर ( हिंगलाज माता) की पिछले 5000 सालों से रक्षा कर रहा है कई सौ बलूच इसमें मारे गए. आज उनके बुरे दिन है तो उनकी मदद की जिम्मेदारी आपकी है, बलूचिस्तान भारत से जुड़ना चाहता है. आपको यह पता ही नहीं के सिंध के बिना भारत का कोई अस्तित्व ही नहीं है, क्योकि गरुड़ एयर लाइन्स वाला कम्बोडिया सिंध से गया, द्रविड़ लोग सिंध से आये. यदि आपको सुपर पॉवर बनना है किसी भी क़ीमत पर आपको सच बोलना पड़ेगा, पाकिस्तान के साथ आपको हर तरह के संबंध तोड़ने होगे चाहे वह व्यापार के हो या बातचीत के, एकसाथ दो पोलिसी नहीं चल सकती. आपका IT है Information Technology और पाकिस्तान का IT है International Terrorism हम और पाकिस्तान कभी साथ-साथ नहीं चल सकते.