बाएं से… सरदार पटेल के पोते गौतमभाई, सरदार पटेल की बेटी मणिबहन, उनकी गोद में गौतमभाई का बेटा केदार (लाल घेरे में) और गौतमभाई की पत्नी नंदिनीबेन)
सरदार अपने सिद्धांतों के कितने पक्के थे। उनका यही गुण उनके वंशजों में भी कायम रहा।इसी क्रम में आज हम बात कर रहे हैं वडोदरा में रह रहे सरदार पटेल के पोते गौतमभाई की। गौतमभाई की मां भानुबेन ने 1973 में कांग्रेस के टिकट पर साबरकांठा (गुजरात) से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। सन् 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमति इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल के बाद 1977 में फिर से चुनाव हुए। इस बार भानुबेनने भारतीयलोकदल पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा और सवा लाख से अधिक वोटों से जीत दर्ज की। इस तरह वे दो बार सांसद रहीं।
वहीं, पिता डाह्याभाई भी राज्यसभा के सदस्य रहे। जबकि इनके दोनों बेटे विपिनभाई और गौतमभाई ने राजनीति से दूर रहने का निर्णय किया। सरदार पटेल का पोता होते हुए भी गौतमभाई ने कभी उनके नाम का फायदा नहीं उठाया और इसीलिए आज भी वे प्रसिद्धि सेदूर एक आम व्यक्ति की ही तरह जीवन गुजार रहे हैं। सरदार पटेल के पोते गौतमभाई फिलहाल वडोदरा में रह रहे हैं।