राजनीति सत्ता अधिकार नहीं, अपितु सेवा का अधिकार हासिल करने के लिये है – दत्तात्रेय होसबले जी

दीनदयालधाम, फरह (ब्रज). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले जी ने कहा कि एकात्म मानवतावाद शब्द आपको भले ही कठिन लगे, लेकिन समझने और व्यवहार में उतारने की दृष्टि से यह बहुत सरल है, क्योंकि इस दर्शन में गरीबों के कल्याण का सार समाहित है. वह बुधवार 28 सितंबर को मथुरा के नगला चंद्रभान, फरह स्थित पं. दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित आमसभा को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि भारत में दीनदयाल जी के बारे में सभी जानते हैं, लेकिन दुनिया के कई देशों में लोग पुस्तकों, सिनेमा और इंटरनेट आदि के माध्यम से पंडित जी के दर्शन को जानना चाहते हैं. पंडित जी का शरीर भले ही छोटा था, लेकिन मन बहुत विशाल था. दत्तात्रेय जी ने कहा कि राजनीति सत्ता-अधिकार के लिए नहीं, अपितु सेवा का अधिकार हासिल करने के लिए हैं, यह हमें दीनदयाल जी ने बताया. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की उज्ज्वला योजना की प्रशंसा की.

सभा में मुख्य अतिथि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि आजादी के बाद जो सरकार बनी, उसकी योजनाओं में पाश्चात्य दर्शन का बोलबाला था. जिसके विकल्प के रूप में पं. दीनदयाल जी ने एकात्म मानवतावाद का प्रतिपादन किया. पहले सरकारी योजनाएं व्यक्ति विशेष व कंपनी को ध्यान में रखकर बनती थीं, लेकिन वर्तमान केंद्र सरकार की योजनाएं अंत्योदय की अवधारणा पर केंद्रित हैं, जिसका लाभ सभी के सामने है. जनसंघ की स्थापना और भाजपा की नींव पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी ने रखी थी, इसलिए उनकी यह जन्मस्थली दीनदयाल धाम भाजपा के लिए तीर्थस्थली है.

दीनदयाल साहित्य का  विमोचन

आमसभा के मंच से मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले जी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने डॉ. कमल कौशिक द्वारा लिखित पं. दीनदयाल उपाध्याय के दार्शनिक और शैक्षिक विचार एवं वर्तमान परिप्रेक्ष्य में प्रासंगिकता, दीनदयालधाम की विचार पुस्तिका समग्र दृष्टि और विष्णु शर्मा की पुस्तक स्वतंत्र उत्तर भारत के ऋषि दृष्टा पं. दीनदयाल उपाध्याय का विमोचन किया.

दीनदयाल धाम ग्राम विकास प्रदर्शनी का समापन

एकात्ममानव दर्शन के प्रणेता पं. दीनदयाल उपाध्याय जन्मशती महोत्सव-2016 में गुरूवार को पंचदिवसीय मेला महोत्सव में आयोजित ग्राम विकास प्रदर्शनी का समापन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री, भारत सरकार के सुदर्शन भगत उपस्थित रहे. कानपुर का स्टॉल रहा प्रथम

कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री, भारत सरकार के सुदर्शन भगत ने ग्राम विकास प्रदर्शनी में किसान गोष्ठी को सम्बोधित किया. जिसमें उन्होंने किसानों को प्रदर्शनी में स्टॉलों से कृषि और पशुओं के सम्बंध में जानकारी लेकर लाभ प्राप्त करने की सलाह दी. इसके बाद गोष्ठी में श्रेष्ठ प्रदर्शनी स्टॉल का भी निर्णय किया गया. जिसमें मै. मानव ग्रामोद्योग प्रतिष्ठान, कानपुर को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ. द्वितीय स्थान पर कीवा आयुर्वेदिक प्रोडक्ट, मथुरा और तृतीय स्थान पर पं. दीनदयाल उपाध्याय सिलाई प्रशिक्षण केन्द्र, दीनदयालधाम को मिला.

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