लक्ष्य निर्धारित करने से ही सफलता संभव: राज्यवर्द्धन राठौर

हरिद्वार,  केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौर ने कहा कि लक्ष्य निर्धारित करने से सफलता का मिलना तय है। इसलिए युवाओं को पहले अपना लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए।

हरिद्वार के पतंजलि योगपीठ में स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए श्री राठौर ने कहा कि अगर युवा ठान ले तो देश के विकास को कोई नहीं रोक सकता है। सेना में अपने सेवाकाल का अनुभव बताते हुए उन्होंने कहा कि 1994 से 97 के दौरान वे सेना में रहे। 10 जवानों की टुकड़ी के साथ वे जिस क्षेत्र में पहुंचते वहां से दुष्मन अपनी जगह बदल देते थे। हमारे वीर जवानों के आगे आतंकवादी या तो मारे जाते या भाग खड़े होते थे। आज इस परिसर में पांच हजार से अधिक स्वयंसेवक एकत्रित हुए हैं यदि सभी युवा निष्चय कर लें कि हमें देष को आगे बढ़ाना है तो हम निष्चित रूप से सफल होंगे। खेलों में रूचि और ओलंपिक में पदक तक के सफर के बारे में उन्होंने कहा कि पहले जब मैंने अपने साथियों से ओलंपिक में पदक हासिल करने की बातें की तो उन्होंने इसका मजाक उड़ाया। इसके बावजूद मैं न तो घबराया और न हतोत्साहित हुआ। अपनी इस सोच को लेकर मैंने संघ के ही महान व्यक्ति से चर्चा की। उन्होंने कहा कि परिस्थितियां बदलेंगी। भविष्य वही बनायेगा जो विपरीत परिस्थितियों से निपटने में सक्षम होगा। मैंने किसी की परवाह किये बिना पूरी लगन और मेहनत से लक्ष्य निर्धारित करते हुए तैयारी की। आखिरकार मुझे देष को पदक दिलाने में सफलता मिली।

उन्होंने सीमा पर आतंकवाद के मुददे पर पड़ौसी देशो  को घेरते हुए कहा कि उनकी नीयत साफ नहीं है। किसी भी पड़ौसी देश में भारत से टक्कर लेने की हिम्मत नहीं है इसलिए छदम युद्ध कर हमारे यहां अस्थिरता पैदा करने की कोषिष की जा रही है। आज युद्ध के मायने बदल गये हैं। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया को गंभीरता से लेने की आवश्यकता है। हमें सोशल मीडिया में ऐसे विचार व्यक्त करने चाहिए जिससे देष की अस्मिता और गौरव बना रहे साथ ही आम जनमानस तक सकारात्मक संदेष पहंुचे।

कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक हरीष जी ने स्वयंसेवकों को थिंक फाॅर उत्तराखंड मेक फाॅर उत्तराखंड के साथ वन ईयर फाॅर उत्तराखंड का नारा देते हुए कहा कि उत्तराखंड का विकास होगा तो पूरे देष का विकास होगा। उन्होंने राज्य के विकास के लिए एक साल का समय देने को भी कहा। उन्होंने कहा कि देश में आज 12 लाख सेना के जवान हैं जिनमें से देवभूमि के जवानों की संख्या 3 लाख से अधिक है। छोटा सा राज्य होने के बावजूद देश की रक्षा में यहां के युवाओं का महत्वपूर्ण योगदान है। एक वैज्ञानिक सर्वे का उल्लेख करते हुए श्री हरीष जी ने कहा कि उत्तराखंड में 37 सौ से अधिक जड़ी बूटियां पायी जाती हैं। जबकि चीन में दो हजार जड़ी बूटियांे की प्रजाति मिलने की बात सामने आयी है। इसके बावजूद चैंकाने वाली बात है कि चीन हर साल जड़ी बूटियों से आठ हजार करोड़ का कारोबार करता है यदि भारत इस ओर ध्यान दे तो देष के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक शोध  के अनुसार गोमुख से टिहरी तक गंगा के जल में फिजियोवायरस पाया जाता है। यह जल की अशुद्धियों  को साफ करता है। यह भी जानकारी मिली है कि यह वायरस गोमुख से गंगासागर तक की दूरी केवल 24 घंटे में ही तय कर लेता है। खास बात यह है कि यह फिजियोवायरस केवल इसी नदी में पाया जाता है।

श्री हरीष जी ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज राज्य की पलायन सबसे बड़ी समस्या बनकर उभर रही है। उन्होंने इस मामले में जापान का उल्लेख करते हुए सीख लेने की बात कही। उन्होंने कहा कि  जापान में अमरिका के परमाणु हमले के बाद यदि जापानी चाहते थे पलायन कर सुरक्षित और अनुकूल स्थान पर पलायन कर सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। जापानियों ने अपने हौंसले और मेहनत से नया कीर्तिमान स्थापित किया। यही प्रयास हमारा भी होना चाहिए। जापान हर रोज नई तकनीक विकसित कर रहा है इस कारण आज प्रत्येक घर में जापान में निर्मित उत्पाद मिल जायेंगे। आज पूरा विश्व भारत की ओर टकटकी निगाहों से देख रहा है। उन्हें विष्वास है कि एक दिन भारत विश्वगुरू बनेगा। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है जब हमें 300 सालों से रूके विकास को गति देनी है और विश्व  को दिखाना है कि हममें हर कार्य करने की क्षमता है।

कार्यक्रम में वाडिया के निदेषक अनिल जी, केन्द्रीय राज्यमंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौर की धर्मपत्नी गायत्री राठौर, प्रांत सह संचालक गजेन्द्र जी संधू और लक्ष्मीप्रसाद जायसवाल आदि उपस्थित थे।

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