पूजनीय सरसंघचालक श्री मोहन भागवत जी ने बंगलुरु में संघ के वरिष्ठ प्रचारक रहे स्वर्गीय ना कृष्णप्पा जी को श्रद्धांजलि दी |
श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए सरसंघचालक जी ने कहा कि हमे अपने जीवन में परिवर्तन के लिए कृष्णप्पा जी के जीवन का अनुकरण और उनकी गुणी आदतों में से कम से कम एक का पालन करने के लिए व्रत लेना चाहिए |
कृष्णप्पा जी ने पूरा जीवन सामाजिक कार्यो के लिए जिया | कृष्णप्पा जी सादगी के प्रतीक थे। उन्होंने अपना जीवन राष्ट्र के व्यापक विकास के लिए समर्पित किया |
सह-सरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबले जी ने कहा कि वे मृत्युमित्र थे | उन्होंने 3 दशकों तक दृढ संकल्प के साथ कैंसर से लड़ाई लड़ी। मैं अपने स्कूल के दिनों से उन्हें जानता हूं, वह मेरे स्कूल के दिनों से मेरे लिए आदर्श रहे | उनका एक विशाल व्यक्तित्व था। उन्होंने हमेशा रचनात्मक कार्यों और संघ प्रेरित संगठनों मे नए उद्यमों का समर्थन किया। कुटुंब प्रबोधन उनकी यादगार पहल है |
पेजावर स्वामी परमपूज्य विश्वेश तीर्थ स्वामी जी ने कहा कि वे एक राष्ट्रभक्त थे | उनका जीवन स्पर्शमणि जैसा था, एक महान व्यक्तित्व जो अपनी और आकर्षित करता था संगठन से लोगो को जोड़ने के लिए | जीवन भोग के लिए नहीं बल्कि त्याग के लिए है | उन्होंने अपना जीवन समाज कल्याण के लिए समर्पित कर दिया |
मशहूर कलाकार टी. एन सीताराम ने कहा कि उनके जीवन ने बचपन से मुझे प्रभावित किया | मेरे पिताजी एक कांगेसी थे और उनकी संघ के प्रति अपनी अवधारणा थी | लेकिन हमारे घर कृष्णप्पा जी नियमित रूप से आते थे और उन्होंने आरएसएस पर मेरे पिता की राय को बदल दिया | वे पहले व्यक्ति थे जिन्होंने व्यावहारिक रूप से मुझे धर्मनिरपेक्ष शब्द का सही अर्थ समझाया | सामाजिक सद्भाव पर उनके विचारो ने मुझे जीवन के बुनियादी विचारो को समझने लायक बनाया |