संघकार्य वर्तमान में 55,010 शाखाओ तक पहुच चूका है – श्री मुकेशभाई मलकान (मा. प्रांत संघचालकजी, गुजरात)

पत्रकार परिषद :

राष्ट्रिय स्वयंसेवक संघ, गुजरात द्वारा नागपुर में संपन्न हुई त्रि-दिवसीय अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा के अनुसंधान में आज पत्रकार परिषद का आयोजन किया गया पत्रकार परिषद में श्री प्रदीपभाई जैन (प्रचार प्रमुख, गुजरात प्रांत) द्वारा प्रतिनिधि सभा में गुजरात के अनुसंधान में कि गई घोषणा के विषय में पत्रकारों को अवगत कराते हुए बताया के

डॉ. जयंतीभाई भाड़ेसिया जो प्रान्त मा. संघचालकजी के दायित्व का निर्वाह कर रहे थे नई घोषणा के अनुसार डॉ. भाड़ेसिया अब पश्चिम क्षेत्र के मा. संघचालकजी का दायित्व वहन करेगे.

श्री मुकेशभाई मलकान जो प्रान्त मा. सह संघचालकजी के दायित्व का निर्वाह कर रहे थे नई घोषणा के अनुसार श्री मुकेशभाई मलकान अब प्रान्त के मा. संघचालकजी का दायित्व वहन करेगे.

श्री शैलेषभाई पटेल जो गुजरात प्रान्त के बौद्धिक प्रमुख के रूप में कार्यरत थे अबसे गुजरात प्रान्त के सह कार्यवाह का दायित्व वहन करेगे.

श्री मुकेशभाई मलकान (मा. प्रांत संघचालकजी, गुजरात) ने प्रतिनिधि सभा के अनुसंधान में जानकारी देते हुए बताया कि बैठक में सर्वप्रथम दिवंगत हुए महानुभावो को श्रधांजलि अर्पण कि गई. जिनमे गुजरात से प्रसिद्द स्वतंत्रता सेनानी तथा समाजसेवक श्री घेलूभाई नायक, वड़ोदरा राजपरिवार कि सदस्या श्रीमती मृणालिनी देवी पुवार, सिनेजगत के श्री उपेन्द्र त्रिवेदी, अखिल भारतीय विधार्थी परिषद के गुजरात के संस्थापक सदस्य श्री नारायणराव भंडारी, गुजरात में लम्बे समय तक प्रचारक रहे श्री जितुभाई संघवी को श्रधांजलि अर्पण कि गई.

तत्पश्चात वार्षिक निवेदन प्रस्तुत करते हुए श्री भैयाजी जोशी ने बताया कि वर्तमान में 33,22 स्थानों पर 61,330  शाखाए, 12,847 साप्ताहिक मिलन और 9008 संघमंडली है. जिसमे तरुण विधार्थियो कि 6,077 शाखाए है. कुल मिलाकर 55,010 शाखाओ तक संघकार्य पहुच चूका है.

देशभर में विभिन्न प्रांतो कि दृष्टी से इस वर्ष राजा राजेंद्र चोल के सिंहासनारोहण को 1000 वर्ष पूर्ण हुए। तमिलनाडु के कार्यकर्ताओं ने  9 नवंबर 2014 को सभी जिला केन्द्रों में पथसंचलन निकालने की योजना बनाई। राजनीतिक दबाव के चलते प्रशासन ने अनुमति देने से इंकार कर दिया। मामला न्यायालय में पहुँचा। न्यायालय ने संघ के पक्ष में निर्णय देते हुए पथसंचलन पर रोक लगाना ठीक नहीं ऐसा कहा, परंतु प्रशासन का दुराग्रह बना रहा। संघ ने न्यायालयीन निर्णय एवं अपनी योजना के अनुसार संचलन निकाले। सभी जिला केन्द्रों में संचलन में नागरिक, महिला एवं पुरुष भी सम्मिलित हुए। 35,000 बंधु-भगिनियों की गिरफ्तारियाँ हुई। एक अभूतपूर्व शक्ति का दर्शन हुआ है।

राष्ट्रीय परिदृश्य:-  गत दिनों में विविध मंचों, संस्थाओं द्वारा संपन्न हुए कार्यक्रमों में हिन्दु समाज का सहयोग एवं सहभागिता बहुत प्रेरक रही है।

चेन्नई में संपन्न ‘हिन्दु आध्यात्मिक एवं सेवा मेला’ (Hindu spiritual and service fair) में सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं की सहभागिता विशेष रही। लगभग सप्ताह भर चले इस आयोजन में 8 लाख लोग कार्यक्रम स्थल पर आये थे। 232 धार्मिक एवं जाति बिरादरी की संस्थाओं ने अपने कार्य की जानकारी प्रस्तुत की।

प्रतिनिधि सभा में पारित प्रस्तावों कि जानकारी देते हुए श्री मुकेशभाई ने बताया कि

पहला प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा २१ जून को योग दिवस के रूप में मनाने कि घोषणा का प्रतिनिधि सभा स्वागत करती है. प्रत्येक भारतीय, भारतवंशी तथा दुनिया के लाखो योग प्रेमी इसके लिए अपार गौरव का अनुभव कर रहे है. योग विश्व को भारत कि ओर से एक अमूल्य भेट है.

दूसरा प्रस्ताव मातृभाषा में शिक्षण के विषय पर किया गया जिसमे कहा गया कि प्रतिनिधि सभा देश-विदेश कि विविध भाषाओ का ज्ञान प्राप्त करने के पक्ष में है लेकिन हमारा ऐसा मानना है कि स्वाभाविक शिक्षण तथा संस्कृति के पोषण के लिए शिक्षण विशेषरूप से प्राथमिक शिक्षण मातृभाषा में अथवा संविधान स्वीकृत भाषा में होना चाहिए.

गुजरात प्रांत में वर्तमान में 1,372 शाखाए, 865 साप्ताहिक मिलन तथा 756 संघ मंडली कार्यरत है.

पत्रकार परिषद में मा. क्षेत्र संघचालक जी डॉ. जयंतीभाई भाड़ेसिया सहित अनेक पत्रकार मित्र उपस्थित रहे.

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