शोक संदेश
धर्म और अध्यात्म जगत की महान विभूति परमादरणीय जगतगुरु रामानंदाचार्य स्वामी हंसदेवाचार्य के ब्रह्मलीन होने का समाचार पाकर मन व्यथित हुआ. प्रयागराज कुंभ से हरिद्वार जाते समय हुई एक भीषण सड़क दुर्घटना में वे इस नश्वर शरीर को त्याग कर परमलोक को सिधार गए. उनका जाना संपूर्ण हिन्दू समाज के लिए अपूर्णीय क्षति है.
श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए चल रहे आंदोलन में उनकी महती और अग्रणी भूमिका थी. पू. स्वामी जी अखिल भारतीय संत समिति के अध्यक्ष भी थे. उनके निधन से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपना एक सच्चा हितचिंतक एवं मित्र खो दिया है. उन्होंने अपनी ओजपूर्ण वक्तृता से हिन्दू समाज में नया आत्मविश्वास भरने का काम किया. सामाजिक समरसता के वाहक एवं सच्चे राष्ट्रीय नेतृत्व के रूप में स्वामी जी का जीवन और कर्तृत्व हम सभी के लिए सदैव प्रेरणास्रोत रहेगा. ईश्वर से प्रार्थना है कि पू. स्वामी जी को श्रीचरणों में स्थान दें और देश विदेश में फैले उनके अनुयायियों सहित हम सभी को इस अतीव कष्ट को सहने का सामर्थ्य प्रदान करे.
– सुरेश (भय्या) जोशी
सरकार्यवाह, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ