नागपूर दि. 13 मार्च
जम्मू-कश्मीर के संदर्भ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की नीति में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है; वहाँ भा.ज.पा. और पी.डी.पी. की मिली जुली सरकार बनने के बाद, सरकार ने जो आपत्तिजनक फैसले लिये हैं, उनके विरुद्ध रा.स्व. संघ ने भी तीव्र चिंता प्रकट की है, ऐसा कथन रा. स्व. संघ के सहसरकार्यवाह श्री दत्तात्रयजी होसबले ने स्पष्ट किया।
नागपुर के रेशिमबाग परिसर में आरंभ हुई रा. स्व. संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में आयोजित पत्रकार परिषद में वे बोल रहे थे। जम्मू कश्मीर से संबंधित प्रश्नों के उत्तर में उन्होंने कहा कि वहाँ बनी मिली जुली सरकार राज्य में सामान्य स्थिति निर्माण करने की दृष्टि से उठाया गया कदम है। वह सरकार ‘अजेंडा फॉर अलायन्स’ के आधार पर बनी है, न कि ‘कॉमन मिनिमम प्रोग्राम’ के आधार पर। मिली जुली सरकार का यह प्रयोग राजनीतिक दृष्टि से कितना सफल या असफल होता है, उसका आकलन एवं निर्णय भा.ज.पा. को ही करना है।
संघ के कार्य में प्रगति
रा. स्व. संघ के कार्य के बारे में उन्होंने कहा कि गत वर्षों में संघ की शाखाओं की संख्या में वृद्धि हुई है। नित्य, साप्ताहिक एवं मासिक शाखाओं की कुल संख्या आज 55,010 हो चुकी है। बंगाल एवं दक्षिण भारत के राज्य, जहाँ संघ कार्य का विस्तार अपेक्षाकृत कम है, वहाँ भी संघ की शाखाओं में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
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वर्ष 2015-16 संघ के तृतीय सरसंघचालक श्री. बालासाहब देवरसजी का जन्मशताब्दि वर्ष है। इस उपलक्ष में 50 हजार स्थानों पर सामाजिक समरसता के विशेष कार्यक्रम चलाये जायेंगे। पत्रकार परिषद में संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख डॉ. मनमोहनजी वैद्य मंच पर उपस्थित थे। पत्रकार परिषद का प्रास्ताविक रा. स्व. संघ के विदर्भ प्रांत प्रचार प्रमुख अतुलजी पिंगले ने किया।