संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को विश्व योग दिवस मनाने का ऐलान किया है. प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अपील पर यूएन ने 21 जून की तारिख को विश्व योग दिवस के नाम से मनाने का निर्णय लिया है. योग हजारों साल से भारतीयों की जीवन-शैली का हिस्सा रहा है. ये भारत की धरोहर है. दुनिया के कई हिस्सों में इसका प्रचार-प्रसार हो चुका है, लेकिन यूएन के इस ऐलान के बाद उम्मीद की जा रही है कि अब इसका फैलाव और तेजी से होगा.
प्रस्ताव का 175 देशों ने समर्थन किया। अगले साल से हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा. संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष सैम के. कुटेसा ने कहा, ‘इतने देशों के इस प्रस्ताव को समर्थन देने से साफ है कि लोग योग के फायदों के प्रति आकर्षित हो रहे हैं.’
27 सितंबर को श्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र के सामने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत करने की अपील की थी. संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने पहले भाषण में मोदी ने कहा था कि भारत के लिए प्रकृति का सम्मान अध्यात्म का अनिवार्य हिस्सा है. पीएम ने इसे विश्व स्तर पर आने की बात कही थी. प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इस मौके पर ट्वीट कर अपनी खुशी जाहिर की.
21 जून ही क्यों
पूरे कैलेंडर वर्ष का सबसे लंबा दिन. प्रकृति, सूर्य और उसका तेज इस दिन सबसे ज्यादा प्रभावी रहता है. बेंगलुरू में 2011 में पहली बार दुनिया के अग्रणी योग गुरुओं ने मिलकर इस दिन विश्व योग दिवस मनाने पर सहमति जताई थी.