लंदन. हिन्दू स्वयंसेवक संघ-यूके की ओर से आयोजित तीन दिवसीय संस्कृति महाशिविर-2016 का रविवार देर शाम समापन हो गया. संस्कृति महाशिविर के समारोप कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने कहा कि हमें सभी धर्म और संस्कृतियों का आदर करना चाहिए और ऐसा करने पर ही विश्व और ज्यादा समृद्ध होगा. सरसंघचालक जी ने कहा कि हिन्दू कोई धर्म नहीं, बल्कि एक जीवन पद्धति है. हम विश्व बंधुत्व को मानने वाले हैं और वसुधैव कुटुंबकम पर विश्वास रखते हैं. हमें सभी धर्म और संस्कृतियों का आदर करना चाहिए और ऐसा करने से ही संपूर्ण विश्व समृद्ध होगा.
डॉ. मोहन भागवत जी ने विकास और पर्यावरण में असंतुलन पर भी बात की और कहा कि हिन्दू धर्म में इस सवाल का उत्तर है कि विकास के लिए पर्यावरण से समझौता किया जाना चाहिए. स्वस्थ मन और शरीर के लिए व्यायाम की आवश्यकता पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि स्वस्थ समाज खाने की उचित आदतों और नियमित व्यायाम के साथ ही अनुशासित जीवन पर निर्भर करता है. सरसंघचालक जी ने कहा कि विकास करते हुए पर्यावरण के साथ मनुष्य किस प्रकार संतुलन बनाकर रह सकता है, भारतीय संस्कृति में इन प्रश्नों का उत्तर है. एक स्वस्थ समाज के लिए जरूरी है कि वह नियमित व्यायाम और उचित आहार लेते हुए एक संयमित जीवन जिये. उन्होंने कह कि हिन्दुत्व सर्व समावेशी है.
हिन्दू स्वयंसेवक संघ की ओर से लंदन के नजदीक हर्टफोर्डशायर में 29 जुलाई से संस्कृति महाशिविर का आयोजन किया गया था, जिसका समापन 31 जुलाई को हुआ. वर्ष 1966 में ब्रिटेन में हिन्दू स्वयंसेवक संघ का कार्य शुरू होने के बाद से निरंतर कार्य विस्तार हुआ. स्थापना की स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य में शिविर का आयोजन किया गया. जिसमें ब्रिटेन और यूरोप से हिन्दू स्वयंसेवक संघ के 2200 कार्यकर्ताओं ने भाग लिया.
29 जुलाई को सरसंघचालक जी ने तीन दिवसीय शिविर का उद्घाटन किया, जिसमें सहसरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले जी और विश्व विभाग के संयोजक राम वैद्य जी सहित अन्य वरिष्ठ जन उपस्थित थे. इस शिविर का थीम `संस्कार, सेवा और संगठन` था.
इस दौरान लंदन के उपमहापौर राजेश अग्रवाल ने शुक्रवार 29 जुलाई को हिन्दू स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं और प्रमुख व्यवसायियों से नाश्ते पर मुलाकात कर चर्चा की. शिविर के दौरान पिछले 50 वर्षों में हिन्दू स्वयंसेवक संघ की उपलब्धियों को लेकर एक प्रदर्शनी भी लगाई गई थी. शिविरार्थियों को स्वामी दयत्मानंद, स्वामी निर्लिप्तानंद सहित अन्य संतों ने भी संबोधित किया.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से प्रेरित हिन्दू स्वयंसेवक संघ ब्रिटेन में काम करने वाला सामाजिक संगठन है, जो समय-समय पर आध्यात्मिक और सामाजिक गतिविधियों में सम्मिलित रहता है. पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरून और मार्ग्रेट थैचर भी सनातन धर्म पर आधारित वसुधैव कुटुंबकम के संदेश को बढ़ाने में हिन्दू स्वयंसेवक संघ के कार्यों की सराहना कर चुके हैं.