नागौर, जोधपुर (विसंकें). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख डॉ. मनमोहन वैद्य जी ने कहा कि अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में शिक्षा, स्वास्थ्य और समरसता आचरण समाज में बढ़े इन विषयों पर चर्चा की जाएगी. बैठक में स्वयंसेवकों के गणवेश परिवर्तन पर भी निर्णय संभव है.
डॉ. मनमोहन जी 10 मार्च को संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक शुरू होने से पूर्व पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे. बैठक 11 से 13 मार्च तक चलेगी. उन्होंने कहा कि प्रतिनिधि सभा की बैठक प्रतिवर्ष मार्च में होती है. इसमें संघ के सरकार्यवाह वर्ष भर के काम का प्रतिवेदन रखते हैं. देशभर के भिन्न भिन्न प्रांतों में हुए नए प्रयोगों और विशेष कार्यक्रमों और उपलब्धियों की जानकारी भी प्रतिनिधि सभा में साझा की जाएगी.
तीन विषयों पर पारित होंगे प्रस्ताव
डॉ. वैद्य जी ने बताया कि प्रतिनिधि सभा में शिक्षा, स्वास्थ्य और समरसता को लेकर तीन प्रस्तावों पर चर्चा कर पारित किया जाएगा.
शिक्षा का निजीकरण होने के साथ – साथ यह महंगी हो होती जा रही है. गुणवत्तायुक्त शिक्षा सर्वसामान्य को सस्ती सुलभ हो, इस पर सरकार और समाज को पहल करनी चाहिए.
स्वास्थ्य के क्षेत्र में नवीन आविष्कार होने के साथ – साथ स्वास्थ्य सेवाएं महंगी हो रही हैं. स्वास्थ्य सेवा लोगों की पहुंच से दूर होती जा रही है. देश के प्रत्येक नागरिक को सस्ती, सुलभ और परिणामकारी स्वास्थ्य सेवा मिले, इसके लिए सरकार और समाज को पहल करनी होगी.
उन्होंने कहा कि तृतीय सरसंघचालक बालासाहब देवरस जी के जन्मशताब्दी वर्ष को समरसता वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय हुआ है. देश में जातिगत आधार पर भेदभाव हो रहा है, जो हिन्दू समाज के मूल चिंतन में नहीं है. जातिगत विषमता दूर हो. सामाजिक समरसता केवल बोलने तक ही सीमित नहीं रहे, यह आचरण में भी आए और समाज व्यापी बने.
देश में 92 स्थानों पर लगेंगे संघ षिक्षा वर्ग
उन्होंने बताया कि देशभर में 92 स्थानों पर स्वयंसेवकों के प्रशिक्षण के लिए संघ शिक्षावर्ग लगाए जाएंगे. इनमें करीब 15 से 20 हजार शिक्षार्थी भाग लेंगे. चालीस वर्ष से अधिक आयु के स्वयंसेवकों के लिए विशेष वर्ग लगाए जाते हैं. उन्होंने कहा कि देशभर में 55 हजार से अधिक शाखाएं लगती है. इनमें91 प्रतिशत शाखाएं युवाओं की हैं.
गणवेश में बदलाव के संकेत
डॉ. वैद्य जी ने गणवेश पर लग रही अटकलों पर विराम देते हुए कहा कि संघ के गणवेश में समय – समय पर परिवर्तन होता आया है. पिछले एक वर्ष से गणवेश के बदलाव को लेकर विभिन्न स्तरों पर चर्चा होती रही है. इस बैठक में निर्णय होने की संभावना है.