“अपना भारत, अपना गौरव” विषय के साथ गुजरात के गांधीनगर में बुधवार से तीन दिवसीय 13वां प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन शुरू हो गया. बुधवार सुबह विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज और खेल राज्य मंत्री श्री सर्वानंद सोनोवाल ने इस समारोह का औपचारिक उद्घाटन किया. अंतरिक्षयात्री सुनीता विलियम्स ‘युवा प्रवासी भारतीय दिवस’ में भाग लेंगी. दक्षिण अफ्रीका से महात्मा गांधी के स्वदेश लौटने के 100 साल पूरे होने पर इसका आयोजन किया जा रहा है. गांधीजी 9 जनवरी, 1915 को स्वदेश लौटे थे. मुख्य कार्यक्रम महात्मा मंदिर, गांधीनगर में होगा. 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय पुरस्कार दिए जाएंगे.
श्री नरेंद्र मोदी आठ जनवरी की सुबह प्रवासी भारतीय दिवस का विधिवत उद्घाटन करेंगे. श्री मोदी कल सुबह करीब 8.30 बजे महात्मा मंदिर में ‘दांडी कुटीर’ का उद्घाटन करेंगे और करीब 10.00 बजे प्रवासी भारतीय दिवस का उद्घाटन करेंगे. इस अवसर पर गुयाना के राष्ट्रपति डोनाल्ड रामोतर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे. उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी 9 जनवरी को इस सम्मेलन का समापन करेंगे.
कार्यक्रम में 58 से अधिक देशों से भारतीय मूल के करीब 3,000 से ज्यादा प्रवासी भारतीय भाग ले रहे हैं. भारतीय मूल के लोगों को एक मंच और सम्मान देने के उद्देश्य से 2003 से हर साल 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जाता है. कार्यक्रम में मप्र, राजस्थान, महाराष्ट्र एवं उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्री इसमें हिस्सा लेंगे. तीन दिवसीय सम्मेलन भारत के विकास में विदेशों में रहने वाले भारतवंशियों के योगदान को रेखांकित करता है और इसका उद्देश्य भारत को व्यापक भारतवंशी समुदाय से जोड़ना और उनके ज्ञान, विशेषज्ञता तथा कौशल को एक मंच पर लाना है.
यह भारत सरकार के प्रवासी भारतीय मामलों के मंत्रालय का प्रमुख आयोजन है. अब तक के हुए 12 सम्मेलनों में यह सबसे बड़ा आयोजन होगा. दुनिया भर के 200 से ज्यादा देशों में भारत मूल के करीब ढाई करोड़ लोग रहते हैं. ये लोग ज्यादातर अमरीका, ब्रिटेन, खाड़ी देशों व अफ्रीका में मौजूद हैं .
भारत को जानो-भारत को मानो युवा प्रवासी भारतीय दिवस के दिन बुधवार को कई सत्रों का आयोजन किया गया है. इनमें भारत को जानो, भारत को मानो तथा 21वीं सदी में गांधीवादी विचार शामिल है. भारत को जानो के तहत युवा प्रवासी भारतीयों को अपनी परंपरा, संस्कृति व दर्शन से जुड़ने का अह्वान किया जाएगा. भारत को मानो के तहत आधुनिक भारत के नवाचार के बारे में जानकारी दी जाएगी. कार्यक्रम में 10 राज्यों के मुख्यमंत्री आएंगे जबकि सर्वाधिक प्रतिनिधि अमरीका से भाग ले रहे हैं.