हिन्दू आध्यात्मिक संस्थान द्वारा गुजरात के कर्णावती महानगर हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा मेले का आयोजन किया गया है. दिनांक 5 जनवरी से 8 जनवरी – 2018 तक चलने वाले इस मेले का आज प्रातः 11 बजे प्रसिद्ध विचारक श्री एस. गुरुमूर्ति एवं प.पू. स्वामी अवधेशानंद गीरिजी महाराज द्वारा प. पू. भाईश्री रमेशभाई ओझा, प. पू. स्वामी श्री परमात्मानंद सरस्वतीजी तथा प. पू. जिनचंद्रसागर और हेमचंद्रसागर सूरीश्वरजी महाराज की पावन उपस्थिति में हुआ.
हिन्दू परम्परानुसार बहेनो द्वारा कलश यात्रा से इस कार्यक्रम का प्रारंभ किया गया. कलश यात्रा का नेतृत्व एक दिव्यांग बहन ने किया. कलश यात्रा के बाद लगभग 1500 युवा बाइक रैली के स्वरूप में कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे.
गुजरात यूनिवर्सिटी मैदान में 90,000 वर्ग मीटर के क्षेत्र में आयोजित इस मेले में 400 स्टॉल में विभन्न सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओ द्वारा सामाजिक कार्यो को दर्शाया गया है. मेले में 35 फुट ऊंचा शिवलिंग बनाने में आया है, कैलाश पर्वत-गंगा अवतरण की प्रतिकृति, सोमनाथ मंदिर में से भगवान शिव के जीवंत दर्शन, खोडलधाम, संतराम मंदिर, शेत्रुंजय की प्रतिकृति भी बनाने में आई है. भारतीय सेना तथा भारतीय अंतरिक्ष विभाग द्वारा प्रदर्शनी का सुंदर आयोजन किया गया है.
चार दिवसीय इस संगम में मातृ-पितृ वंदन, कन्या-वंदन, सुवासिनी वंदन तथा आचार्य वंदन, परमवीर वंदन, भारत माता वंदन के कार्यक्रम का आयोजन किया गया है.
नारी-समाज व्यवस्था, आध्यात्म-धर्म-संप्रदाय विषय पर सेमिनार का आयोजन भी किया गया है.
हिंदू आध्यात्मिक संस्थाओं के सेवा कार्यों को विश्व के समक्ष रखने और उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए 2009 से इस तरह के आध्यात्मिक और सेवा मेलों का आयोजन करता आया है। मेले में आयोजित कार्यक्रमों द्वारा बताया जायेगा कि किस तरह हिंदू आध्यात्मिक मूल्य और परंपरागत हिंदू जीवनशैली ऐसी आधुनिक समस्याओं का निवारण करता है, जिसका विश्व और भारत वर्तमान में सामना कर रहा है।
हिन्दू आध्यात्मिक एवं संस्था के 6 मूलभूत सिद्धांतो को केंद्र में रखा गया है.
· वन और वन्य जीवों का संरक्षण,
· जीव सृष्टि का संतुलन,
· पर्यावरण की सुरक्षा,
· परिवार और मानव मूल्यों का संरक्षण,
· नारी सन्मान की अभिवृद्धि और
· राष्ट्रभावना की जागृति
मेले का समापन दिनांक 8 जनवरी 2018 को प.पू. स्वामी श्री विदितात्मानंदजी – तत्व तीर्थ, कर्णावती के आशीर्वचन के साथ होगा।