नई दिल्ली. 19वीं सिन्धु दर्शन यात्रा बेटी बचाओ विषय पर आधारित होगी. इस विषय को लेकर उत्सव में कई कार्यक्रम भी होंगे. चार दिवसीय सिंधु दर्शन उत्सव 23 जून से 26 जून तक लेह में मनाया जाएगा. भारत और विदेशों से हजारों यात्रियों के यात्रा में भाग लेने की संभावना है.
आज सिन्धु दर्शन तीर्थ यात्रा के नाम से विश्व विख्यात सिन्धु दर्शन तीर्थ और कोई नहीं, वही प्राचीन और पवित्र सिन्धु नदी है, जिसके तट पर वैदिक संस्कृति पल्लवित हुई थी. जिस नदी ने हमारे देश को नाम दिया, हमें हमारी सांस्कृतिक पहचान दी. सिंधु नदी की पूजा व सिंधु नदी में एक डुबकी हमें हमारे मूल सिंधु घाटी की सभ्यता की याद दिलाती है. भगवान झूलेलाल की कर्मस्थली सिंधु नदी व भगवान बौद्ध के मंत्रोच्चार की भूमि लेह जहां सिंधु नदी का घाट है, इसे एक तीर्थस्थल का रूप दे दिया है. सिंधु दर्शन यात्रा समिति के लगातार प्रयासों के साथ, लेह लद्दाख प्रकृति प्रेमियों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य बन गया है. हर साल भारत से और विदेशों से लाखों की संख्या में पर्यटकों द्वारा यहां का दौरा किया जा रहा है. पर्यटन को बढ़ावा देने से लेह-लद्दाख के लोगों की प्रगति और विकास में तेजी आई है.
इस उत्सव में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी, पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस, पूर्व मुख्यमंत्री (जम्मू-कश्मीर) फारूक अब्दुल्ला, हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया समेत कई प्रतिष्ठित व्यक्ति, प्रसिद्ध कलाकार जैसे पंडित जसराज, सोनल मानसिंह आदि पूर्व में यात्रा का हिस्सा रहे हैं. इस साल उत्सव में भारत सरकार के पर्यटन व नागरिक उड्डयन मंत्री डॉ. महेश शर्मा अध्यक्षता करेंगे. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महामहिम तोकदन रिनपोछे (पूर्व अध्यक्ष ऑल लद्दाख गोम्पा एसोसिएशन) के साथ कविन्द्र गुप्ता (अध्यक्ष जम्मू कश्मीर विधानसभा), निर्मल कुमार सिंह (उप मुख्यमंत्री जम्मू-कश्मीर), त्सेरिंग डोरजे (कैबिनेट मंत्री जम्मू कश्मीर ), कार्यक्रम के सम्मानीय अतिथि के रूप में यात्रा में शामिल हो रहे हैं. कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सिंधु दर्शन यात्रा के संरक्षक व मार्गदर्शक इन्द्रेश कुमार (सदस्य अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल रा.स्व.संघ) रहेंगे. इसके अलावा लेह के सांसद थुम्पस्टन छेवांग ने लेह में हो रहे चार दिवसीय भव्य कार्यक्रम के स्वागताध्यक्ष की जिम्मेवारी ली है.
समिति द्वारा यात्रा के चार मार्ग निर्धारित किये गये है. सड़क मार्ग द्वारा यात्री 18 जून को ही जम्मू से प्रस्थान कर श्रीनगर, कारगिल के रास्ते लेह की ओर बढ़ चुके है. इसी तरह से 19 जून को लेह की ओर वाया मनाली से जाने वाले यात्री चंडीगढ़ से प्रस्थान कर चुके हैं, जिन्हें हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने विदाई दी. हवाई मार्ग से जाने वाले यात्री 22, 23 जून को दिल्ली से रवाना होंगे.