इस्लामी कट्टरता आतंकवाद की जननी – प्रो. राकेश सिन्हा

केशव संवाद के राष्ट्ररक्षा और मीडिया विशेषांक का विमोचन

नोएडा (विसंकें). भारत नीति संस्थान के मानद निदेशक प्रो. राकेश सिन्हा ने शुक्रवार को एवियर एजुकेशन हब सभागार में केशव संवाद पत्रिका के राष्ट्र रक्षा और मीडिया विशेषांक का विमोचन किया. उन्होंने कहा कि इस्लामी कट्टरता से पूरे विश्व को खतरा है. यही कट्टरता आतंकवाद की जननी है. इसका हल इस्लाम को ही करना है. उसे अपने में मूलभूत सुधार करने होंगे.

मीडिया का एक हिस्सा पहले से तय लाइन पर काम करते हुए हर उस विचार को पीछे धकेलता है, जिससे राष्ट्रवाद की आवाज बुलंद हो. जेएनयू से लेकर जम्मू कश्मीर तक मीडिया का यह हिस्सा यही काम कर रहा है. जवाहर लाल नेहरू और उन्हीं तरह की राजनीतिक संस्कृति वालों के शासन में पले और बढ़े मीडिया को हिन्दुत्व से चिढ़ जैसी है. हिन्दुत्व पर आधारित नई राजनीतिक संस्कृति से इस तरह की पीढ़ी में घबराहट है. इसीलए ये हर उस प्रयास का विरोध करते हैं, जिससे हिन्दुत्व और राष्ट्र मजबूत हो. उन्होंने जोर देकर कहा कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक देश की एक ही पहचान है. अलग पहचान के लिए अब स्थान नहीं है. राष्ट्र की संप्रभुता और एकता के सवाल पर अब किसी तरह के समझौते की गुंजाइश नहीं है.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र कार्यवाह मनवीर सिंह ने कहा कि पत्रकारिता की पहुंच जब तक गांवों तक नहीं होगी, तब तक सूचना का संसार अधूरा ही रहेगा. केशव संवाद जैसी पत्रिकाओं और अन्य समाचार पत्रों को देश के लाखों गांवों तक अपना फैलाव करना होगा. विशिष्ट अतिथि और रेडियो जॉकी रेखा रानी जसोरिया और गीत काव्य गायिका बिन्दु सिंह ने मीडिया में राष्ट्रवाद के पक्ष को मजबूत करने पर बल दिया.

केशव संवाद विशेषांक के बारे में

यह विशेषांक देश की सेकुलर पत्रकारिता की पक्षपाती मीडिया नीति पर केंद्रित है. आद्योपांत सभी लेख इसी सेकुलर पत्रकारिता के ईर्द-गिर्द लिखे गये हैं. प्रसार भारती के अध्यक्ष ए सूर्य प्रकाश, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के अध्यक्ष राम बहादुर राय, नेशनल बुक ट्रस्ट के चेयरमैन बल्देव भाई शर्मा, पांचजन्य और आर्गनाइजर के समूह संपादक जगदीश उपासने, आर्गनाइजर के पूर्व संपादक आर बालाशंकर, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन के महानिदेशक केजी सुरेश, दैनिक जागरण में एसोसिएट एडिटर राजीव सचान और आशुतोष शुक्ल, ब्राडकास्ट एडिटर्स एसोसिएशन के महासचिव एनके सिंह और सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ अधिवक्ता मोनिका अरोड़ा ने अपनी लेखनी से गहरी चोट की है. पत्रिका में सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव और उसके सार्थक उपयोग पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख जे नंद कुमार ने गहराई से नजर डाली है. अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख डॉ. मनमोहन वैद्य, उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के संयुक्त प्रचार प्रमुख कृपाशंकर, मेरठ प्रांत के प्रचार प्रमुख अजय मित्तल के लेख काफी पठनीय हैं. वरिष्ठ स्तंभकार शंकर शऱण के लेख के अलावा केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा का मीडिया पर केंद्रित साक्षात्कार, एनसीईआरटी के पूर्व चेयरमैन जेएस राजपूत पर कार्रवाई को समेटते हुए सामग्री दी गयी है.

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