18.05.2017 VSK Andhra Pradesh
भारतीय किसान संघ आंध्र प्रदेश का “गाय आधारित व्यवसाय (आर्गेनिक फार्मिंग)” का पायलट प्रोजेक्ट कार्यरत है और राज्य के सात जिलों के किसानों ने इसे अपनाया है | ये किसान अपने उत्पाद किसान संघ सहकारी समिति की खुदरा दुकानों के मार्फत बेच रहे है | इस प्रोजेक्ट से युवाओं को रोजगार प्राप्त करने में सहायता मिली है |
साक्षात्कार के दौरान श्री कुमार स्वामी ने “गाय आधारित व्यवसाय” के महत्व को निम्न तथ्यों को समझाते हुए स्पष्ट किया:
ज्यादा उत्पादन हासिल करने के लिए किसान रासायनिक खाद और कीट नाशक दवाईयों का बड़ी मात्रा में उपयोग कर रहे है जिससे खाने पीने की वस्तुएं खतरनाक स्तर तक दूषित हो रही है | इस तरह हम जो भी खाना खा रहे है वह कीटनाशक रसायनों में लपेटा हुआ खाना है | ऐसा खाना खाने से हमारे स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है और हमें नयी नयी बीमारियाँ होने के साथ ही हमारी रोगों से लड़ने की प्रतिरोधक शक्ति क्षीण होती है | इसके कारण अपने देश में प्रत्येक व्यक्ति की आय का एक बहुत बड़ा हिस्सा चिकित्सा में खर्च हो जाता है |
भारत में कृषि से ज्यादा उत्पादन लेने का क्रम हरित क्रांति के साथ शुरू हुआ | उस समय जय जवान जय किसान का नारा दिया गया ताकि भुखमरी से होने वाली मौतों को कम किया जा सके | इसके बाद उतरोतर सरकारों ने इसे बढ़ावा देने हेतु किसानों को रासायनिक खाद और कीटनाशक दवाईयां खरीदने हेतु अनुदान देना शुरू किया | परिणामस्वरूप भारत में केंसर के रोगियों की संख्या में अभूतपूर्व वृधि हुई |