वि. सं. केंद्र, गुजरात – सामाजिक समरसता मंच, कर्णावती, गुजरात द्वारा डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर जी की 125वी जन्म जयंती के शुभारंभ अवसर पर कर्णावती में पांचजन्य साप्ताहिक के डॉ आंबेडकर विशेषांक का विमोचन कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस अवसर पर कर्णावती के सुप्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर के महंत श्री महामंडलेश्वर प.पू. दिलीप दास जी महाराज तथा गुजरात विश्वविद्यालय के कुलपति श्री एम. एन. पटेल के करकमलो से रा.स्व.संघ के कर्णावती महानगर संघचालक श्री महेशभाई परीख की उपस्थिति में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर जी कि प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन कर बाबासाहेब की प्रतिमा को माल्यार्पण कर समरसता प्रदर्शनी का उद्घाटन तथा पांचजन्य साप्ताहिक के डॉ आंबेडकर विशेषांक का विमोचन किया गया.
इस अवसर पर अपने उद्बोधन में महंत श्री दिलीप दास जी ने कहा कि भारत रत्न डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर जी द्वारा बताये गए मार्ग पर सुलह कि भावना से यदि समाज चले तो समाज में सामाजिक समरसता का निर्माण होगा और वसुधेव् कुटुम्बकं कि भावना उजागर होगी. उन्होंने कहा कि डॉ. आंबेडकर जी ने देश को सबसे बड़ा ग्रंथ दिया है.
इस अवसर पर गुजरात विश्वविद्यालय के कुलपति श्री एम. एन. पटेल ने कहा कि डॉ. आंबेडकर विश्व विभूति थे. इस देश के संविधान निर्माण कर उन्होंने देश की सबसे बड़ी सेवा की है. डॉ. आंबेडकर द्वारा दिया गया सूत्र “ शिक्षित बनो” के द्वारा समाज और राष्ट्र का विकास संभव है, शिक्षा सभी समस्याओ का विकल्प है.
इस अवसर पर समरसता मंच के पदाधिकारी श्री नटूभाई वाघेला, श्री रणछोड़भाई सोलंकी, डॉ. विजयभाई झाला तथा श्री मूलचंदभाई राणा सहित अनेक वरिष्ठ अग्रणियो सहित सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे.
समरसता मंच की प्रदर्शनी में विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रिय अध्यक्ष श्री प्रवीणभाई तोगड़िया, संसद सदस्य श्री किरीटभाई सोलंकी, कर्णावती महानगर की महापौर श्रीमती मीनाक्षी बहन पटेल, वि.हि.प. के श्री देवजीभाई रावत सहित बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे.