रतलाम, दिसम्बर 16 : (स्रोत: न्यूज़ भारती हिंदी) चंगाई सभा में चमत्कार के माध्यम से बीमारियों को ठीक करने और नौकरी दिलाने जैसे लालच देकर वनवासियों को धर्मान्तरित कर ईसाई बनाने का मामला सामने आया है। पेन्टीकोस्टल चर्च के लोग वनवासी क्षेत्रों से आए महिला पुरुषों का धर्म परिवर्तन करने का प्रयास कर रहे थे, जिसे प्रशासन और पुलिस की टीम ने रुकवाया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पावर हाउस रोड स्थित लायन्स हाल में पेन्टीकोस्टल चर्च की क्रिश्चियन काउन्सिल द्वारा 11 व 12 दिसम्बर को कथित तौर पर आध्यात्मिक सभा का आयोजन किया जा रहा था। इस सभा में बाजना और सैलाना के वनवासी अंचलों के अनेक अनपढ़ वनवासी (आदिवासी) महिला-पुरुषों को लालच देकर लाया गया था। कार्यक्रम में आए वनवासियों को चमत्कार से बीमारी ठीक करने, सुख-समृद्धि तथा नौकरी दिलाने जैसे लालच देकर लाया गया था। उनके भोजन और रात्रि विश्राम की व्यवस्था भी क्रिश्चियन सोसायटी द्वारा की गई थी। यह आयोजन क्रिश्चियन काउन्सिल के सचिव पास्टर जोस मैथ्यू द्वारा आयोजित किया गया था और इसमें प्रवचन देने के लिए केरल से ब्रदर थामस और भोपाल से जॉय एम थामस व उन्नी एमए को वक्ता के रूप में बुलाया गया था।
इस आयोजन की जानकारी जब हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओं को लगी तो उन्होने मौके पर पंहुचकर पुलिस व प्रशासन को इसकी जानकारी दी। जानकारी मिलते ही एसडीएम अवधेश शर्मा, सीएसपी पीएस राणावत, राजेश सिंह चौहान आदि मौके पर पंहुच गए। क्रिश्चियन सोसायटी की कथित आध्यात्मिक सभा में भाग ले रहे वनवासी महिला-पुरुषों ने मीडियाकर्मियों को बताया कि उन्हें बीमारी ठीक करने का भरोसा दिलाकर यहां लाया गया है। उनके भोजन और रहने की व्यवस्था भी आयोजकों ने ही की थी। वनवासी महिला-पुरुषों ने बताया कि प्रवचनकर्ताओं का कहना था कि केवल प्रभू यीशु ही उनका उद्धार कर सकता है, उनके पुराने धर्म के देवी-देवता उद्धार नहीं कर सकते।
मौके पर पंहुचे पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने कथित आध्यात्मिक सभा में भाग ले रहे वनवासी महिला-पुरुषों के बयान भी लिए है। एसडीएम अवधेश शर्मा ने मौके पर मौजूद मीडियाकर्मियों से चर्चा करते हुए कहा कि जिला प्रशासन को इस आशय की शिकायत मिली थी कि लायंस हाल पर धर्मान्तरित करने का प्रयास किया जा रहा है। प्रारंभिक तौर पर यह पता चला है कि आयोजकों ने उक्त आयोजन के लिए कोई अनुमति नहीं ली थी। आयोजकों ने शाम के समय की अनुमति ली थी लेकिन दोपहर के समय आयोजन किया जा रहा था। इसके लिए कोई अनुमति नहीं ली गई थी। शर्मा ने कहा कि धर्म परिवर्तन के आरोपों की जांच की जा रही है। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार कार्यवाही की जाएगी।
इधर क्रिश्चियन सोसायटी की कथित आध्यात्मिक सभा में शामिल एक युवक सुनील चौहान ने पुलिस को लिखित शिकायत देकर कहा है कि उसे नौकरी दिलाने का लालच देकर यहां बुलाया गया था और उस पर ईसाई बनने के लिए दबाव डाला जा रहा था। घटना के बाद पुलिस ने सभा में भाग ले रहे आदिवासी महिला-पुरुषों को वहां से रवाना कर दिया।
इधर धर्म जागरण मंच ने कहा है कि धर्म परिवर्तन पर कानूनन रोक है, इसके बावजूद ईसाई मिशनरीज द्वारा भोले-भाले वनवासियों को प्रलोभन देकर उनका धर्म परिवर्तन किया जा रहा है। इनके विरुद्ध तत्काल आपराधिक प्रकरण दर्ज कर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाना चाहिए। धर्म जागरण मंच की ओर से कहा गया है कि पुलिस द्वारा मामले की प्रारंभिक जांच के बाद उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया गया है। इसलिए धर्म जागरण मंच शनिवार को पुलिस की कार्यवाही का इंतजार करेगा और यदि आरोपियों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज नहीं किया गया तो हिन्दू जागरण मंच बैठक कर आगामी कार्यवाही के बारे में निर्णय लेगा।