वि.सं.केंद्र,गुजरात
संघ द्वारा नेपाल में युद्धस्तर पर जारी राहत कार्य की बड़ी सटीकता और बारीकी से निगरानी कर रहे हैं सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले। वे स्वयं वहाँ मौजूद रहते हुए हिन्दू स्वयंसेवक संघ तथा संघ परिवार के अन्य संस्थाओं के बीच समन्वय बनाकर भूकंप प्रभावितों तक जल्द से जल्द राहत सामग्रियाँ पहुंचा रहे हैं।
दत्तात्रेय होसबाले ने गुरुवार को मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हमेशा से ‘वसुदैव कुटुंबकम’ के सिद्धान्त पर विश्वास करता आया है और इसीलिए ही ऐसे दुखद समय में हम हमेशा सहायता के लिए तत्पर रहते हैं।
उन्होने आगे बताया कि भूकंप से सबसे ज़्यादा प्रभावित काठमांडू समेत पाँच जिलों तथा पचास थानों में संघ के हज़ार से ज़्यादा सेवक कार्यरत हैं। इतना ही नहीं, उन्होने यह भी कहा कि अगले दो दिनों में संघ के और भी एक-दो हज़ार सेवक नेपाल पहुँचकर राहत कार्य में जुट जाएँगे। उन्होने बताया कि भारत को पूर्व में भी ऐसे विनाशकारी भूकंपों का अनुभव रहा है और दूसरी ओर नेपाल को ऐसे बड़े हादसे का अनुभव या पूर्वानुमान दोनों ही नहीं था और इसीलिए ही हम लोग नेपाल की स्थिति सामान्य होने तक उनकी नि:स्वार्थ मदद करते रहेंगे।
राहत एवं पुनर्वसन कार्यों को और भी सुचारु ढंग से चलाने के लिए सह सरकार्यवाह ने बताया कि उन्होने स्वयं इस मामले में नेपाल के प्रधानमंत्री सुशील कोइराला, मुख्य सचिव तथा भारतीय राजदूत से बात की और सुझाव दिया कि जो भी संस्थाएँ नेपाल आकर मदद पहुंचाना चाहती है और सेवा करना चाहती है उन्हें सरकार एक पटल पर ले आकर बैठकें करे और समन्वय की योजना बनाए ताकि राहत कार्य से वंचित कोने कोने में फंसे हजारों लोगों तक मदद शिघ्रातिशीघ्र पहुंचाई जा सके।
इतना ही नहीं, बड़े पैमाने पर चल रहे राहत व पूनर्वसन कार्य के लिए बहुत सारे धन की आवश्यकता भी होगी ही जिसे जुटाने के लिए संघ परिवार ने ‘राष्ट्रीय सेवा भारती दिल्ली’ और ‘सेवा इंटरनेशनल’ नामक पहल को सुचारु रूप से सक्रिय कर दिया है और जो भी पैसे तथा खाद्य एवं अन्य जीवन उपयोगी सामग्रियाँ भेजना चाहता हो वह इस माध्यम से अपनी सेवाएँ दुखियों के लिए भेज सकता है।