17 अगस्त 2017 राष्ट्र सेविका समिति की पूर्व संचालिका श्रीमती उषा ताई चाटी का आज नागपुर में निधन हो गया. वे 91 वर्ष की थी I समिति की दिल्ली प्रांत की कार्यवाहिका श्रीमती सुनीता भाटिया, प्रांत प्रचारिका श्रीमती विजया शर्मा तथा पंजाब केसरी की निदेशक श्रीमती किरण चोपड़ा ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है.
1994 से 2006 तक राष्ट्र सेविका समिति की संचालिका रही उषा ताई चाटी अपने बाल्यकाल से ही समिति की नियमित सेविका रही. सन 1927 में गणेश चतुर्थी के दिन विदर्भ के भंडारा में जन्मी उषा ताई की शिक्षा वही के मनरो हाई स्कूल में हुई. विवाह के पश्चात उषा ताई नागपुर आ गई जहां हिंदू मुलांची शाला में अध्यापन कार्य शुरू कर दिया.
उषा ताई ने छात्राओं के विकास हेतु ‘वाग्मिता’ विकास समिति की स्थापना की, वे निरंतर 30 साल तक इसकी अध्यक्षा भी रही.
उषा ताई मधुर व सुरीली आवाज की धनी थी. नागपुर आकाशवाणी केंद्र से संगीत कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी करती थी I उषा ताई ने आपातकाल के समय सत्याग्रह में भाग लिया और जेल भी गई. उन्होंने राष्ट्र सेविका समिति की नागपुर नगर कार्यवाहिका, विदर्भ कार्यवाहिका का दायित्व निभाते हुए कई पदों पर रहते हुए अपनी सेवाएं दी.
1994 में उषा तारीख को राष्ट्र सेविका समिति की प्रमुख संचालिका का दायित्व सौंपा गया और इस दायित्व को उन्होंने 2006 तक पूरी श्रद्धा से वहन किया. पिछले कई वर्षों से घुटनों के दर्द से पीड़ित होने पर भी वह इस दर्द को अपने कार्य के बीच नहीं आने देती थी . उषा ताई किसी भी अहंभाव से दूर अत्यंत सरल स्वभाव की थी.
उषा ताई को जोशी फाउंडेशन की ओर से दिया जाने वाला राष्ट्रीय एकात्मता पुरस्कार स्वामी विवेकानंद राष्ट्रीय शिक्षण संस्था डोंबिवली द्वारा दिया जाने वाला विवेकानंद पुरस्कार तथा भोपाल का ओजस्विनी अलंकरण भी प्रदान किया गया. उन्होंने इन पुरस्कारों से प्राप्त धनराशि संघमित्रा सेवा संस्थान को दान कर दी. उनके कार्यकाल में समस्या पीड़ित बालिकाओं के लिए निशुल्क छात्रावास शुरू हुए. पूरे देश में फैले संगठन का नेतृत्व करना किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं है जिसमें उषा ताई सफल रही. आज उषा ताई के निधन से राष्ट्र सेविका समिति ने अपना एक पुरोधा खो दिया है.
उनकी अंतिम यात्रा शुक्रवार 18 अगस्त 2017 को सुबह 10:30 बजे देवी अहिल्या मंदिर, धंतोली नागपुर से निकलेगी.