वि.सं.केंद्र-गुजरात :
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, पश्चिम क्षेत्र – संघ शिक्षा वर्ग, प्रथम वर्ष (विशेष, 40 वर्ष से अधिक आयुगट के स्वयंसेवको के लिए) का उमा संकुल, हलवद (गुजरात) मे विधिवत शुभारंभ प्रसिद्ध कथाकार पू. श्री महिपतराम बापु द्वारा किया गया. इस अवसर पर अपने उद्बोधन मे श्री महिपतराम जी ने कहाँ कि अहिंसा का पालन शिक्तिशाली व्यक्ति ही कर सकता है. श्रीकृष्ण भगवान ने 80 वर्ष की आयु मे अर्जुन को धर्मयुद्ध करने के लिए प्रेरित किया. सज्जन शक्ति एकत्र हो कर असुर शक्ति का संहार करे वह भी एक प्रकार की अहिंसा ही है.
पश्चिम क्षेत्र के मा. संघचालक जी डॉ. जयंतीभाई भाड़ेसिया जी ने इस अवसर पर कहाँ कि हम सभी उमा संकुल के तपोवन मे आये है, जंगल मे जिस तरह वृक्ष उग निकलते है तो उसे वन कहाँ जाता है, योजनाबद्ध रूप से वृक्ष उगाये जाए तो उसको उपवन कहाँ जाता है और इस उपवन मे भारत भूमि के उत्थान के लिए नि:स्वार्थ और निर्पेक्ष भाव से 20 दिन तक जहाँ कार्यकर्त्ता बंधू अपनी सभी समस्याओ, दायित्वों आदि को भूलकर एकाग्र चित्त से साधना करेंगे तो वह स्थान तपोवन हो जायेगा. उमा संकुल इस तरह तपोभूमि है और आप सभी ऋषि परंपरा के वाहक तपस्वी हो.
उद्घाटन सत्र मे श्री सुरेशजी जैन( पश्चिम क्षेत्र संपर्क प्रमुख) और श्री रविन्द्रजी जोशी (पश्चिम क्षेत्र प्रचारक), प.पू. भक्तिनंदन स्वामी, श्री अन्ना साहेब चौहान (मा. वर्गाधिकारी) कार्यकर्ताओ के मार्गदर्शन के लिए उपस्थित रहे.