समस्त वैश्विक समस्याओं का समाधान भारतीय संस्कृति में निहित है – डॉ. जयंतीभाई भाडेसिया

पुणे (विसंकें). प्रमोद चौधरी जी ने कहा कि आज स्मार्ट सिटी के दृष्टिकोण से कई आमूलाग्र बदलाव सुझाव दिए जा रहे हैं, लेकिन स्मार्ट सिटी के बारे में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अनुशासन का पालन किया जाए तो यातायात, ठोस कचरा, पर्यावरण आदि के संदर्भ में कठिनाईयों को दूर किया जा सकता है. प्राज इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष प्रमोद चौधरी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पश्चिम महाराष्ट्र प्रांत की ओर से आयोजित प्रथम वर्ष संघ शिक्षा वर्ग के समारोप समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित किया.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पश्चिम क्षेत्र के मा. संघचालक डॉ. जयंतीभाई भाडेसिया जी, मा.  प्रांत संघचालक सुरेश (नाना) जाधव जी, वर्गाधिकारी जयवंत सामंत जी और वर्ग कार्यवाह नरेश करपे जी उपस्थित थे. इस अवसर पर प्रशिक्षणार्थियों द्वारा योग, संचलन, दंड, नियुद्ध, सहित अन्य शारीरिक का प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा प्रबंधन, सूखा निवारण, रक्त संकलन और खासकर पूर्वोत्तर भारत को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए संघ ने विभिन्न स्तरों पर जो कार्य किया है, वह वास्तव में प्रशंसनीय है. साथ ही खेती और स्मार्ट सिटी के विषय में आधुनिकता का प्रयोग कर संघ इस संदर्भ में कई समस्याओं पर उत्कृष्ट कार्य कर सकता है. उन्होंने कहा कि युवाओं के व्यक्तित्व विकास हेतु इस तरह के वर्ग आज अत्यंत आवश्यक है.

मुख्य वक्ता डॉ. जयंतीभाई जी ने कहा कि आतंकवाद, पर्यावरण की हानि आदि वैश्विक समस्याओं पका समाधान निकालने के लिए हिंदू धर्म के संस्कार अत्यंत प्रभावी उत्तर है. सुसंस्कृत जनसंख्या इस देश की पूंजी है. इन्ही संस्कारों में वृद्धि करने हेतु तथा उनका जतन करने के लिए संघ का कार्य वैश्विक स्तर पर बड़े पैमाने पर जारी है.

संघ मुक्त भारत की संकल्पना को हास्यास्पद बताते हुए भारत माता की जय कहने का विरोध करने वाली प्रवृत्तियों की आलोचना की. डॉ. बाबासाहब आंबेडकर, महात्मा गांधी द्वारा संघ शिविरों के भ्रमण का उल्लेख करते हुए जयंती भाई कहा कि वर्तमान सरसंघचालक मोहन भागवत जी भी एक मंदिर, एक जलस्रोत, एक शमशान का प्रतिपादन कर रहे है तथा सामाजिक समरसता के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आज भी प्रतिबद्ध है. संपूर्ण समाज को संगठित करने का कार्य संघ कर रहा है और संघ के स्वयंसेवक ग्रामीण विकास, उपेक्षितों के लिए सेवाकार्य, गौसेवा, सामाजिक समरसता के लिए विभिन्न उपक्रम चला रहे है. संघ की ओर, उसके विचारों की ओर देखने की दृष्टी उपेक्षा से अपेक्षा की ओर परिवर्तित हो रही है.

रमणबाग स्कूल में पिछले 20 दिनों से संघ का प्रथम वर्ष शिक्षा वर्ग जारी था. संपूर्ण महाराष्ट्र से 291 प्रशिक्षणार्थियों ने इसमें हिस्सा लिया. वर्ग में शिक्षार्थियों को शारीरिक एवं बौद्धिक प्रदान किए गए. साथ ही सेवा संस्कार के रूप में प्रतिदिन सेवा साधना उपक्रम के अंतर्गत परिसर की सफाई, श्रमदान, पौधे लगाना आदि के विषय में प्रत्यक्ष सहभाग से जानकारी दी गई. अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख डॉ. मनमोहन जी वैद्य, हसमुखभाई पटेल, रवि जी जोशी, विजयराव पुराणिक आदि मान्यवरों ने वर्ग में प्रशिक्षणार्थियों का मार्गदर्शन किया.

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