जयपुर (विसंकें). जयपुर में मंदिर तोड़े जाने के विरोध में आज 09 जुलाई को मंदिर बचाओ संघर्ष समिति के आह्वान पर विभिन्न स्थानों पर चक्का जाम व विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्वक सम्पन्न हो गया. संघर्ष समिति ने चक्काजाम के लिए 76 स्थान चिन्हित किए थे, लेकिन अनेक स्थानों पर समाज ने स्वतःस्फूर्त आगे आकर प्रदर्शन में भाग लिया तथा चक्का जाम किया. समाज के सहयोग से क्षेत्र में सौ से अधिक स्थानों पर चक्काजाम व प्रदर्शन का आयोजन हुआ. प्रदर्शन को सफल बनाने में जनता के भरपूर सहयोग के लिए संघर्ष समिति की ओर से आभार व्यक्त किया गया. सरकार व प्रशासन द्वारा प्राचीन धार्मिक स्थलों को भी तोड़ा जा रहा है, जनता की भावनाओं का अनादर किया जा रहा है. स्थानीय जनता ने मंदिर बचाओ संघर्ष समिति का गठन किया है, समिति के अध्यक्ष के रूप में बद्री नारायण चौधरी जी आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं. विभिन्न स्थानों पर सुबह 9 बजे से 11 बजे तक चक्का जाम व प्रदर्शन किया.
पहले चरण में चक्का जाम व विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए समाज बंधुओं ने सरकार व प्रशासन के मंदिर विरोधी रवैये पर भारी रोष प्रकट किया. मंदिर बचाओ संघर्ष समिति की अपेक्षा है कि सरकार जनभावनाओं को ध्यान में रखकर सकारात्मक कदम उठाएगी. संघर्ष समिति ने आठ सूत्रीय मांग पत्र बुधवार (8 जुलाई) को प्रेषित कर दिया है. साथ ही सरकार को चेतावनी भी दी कि सरकार सात दिन के भीतर समिति की मांगें पूरी करे. मांगें पूरी नहीं होने पर सात दिन बाद आंदोलन के अगले चरण की घोषणा की जाएगी.
प्रदर्शन के दौरान यद्यपि सावधानी रखी गई, परन्तु फिर भी किसी को असुविधा हुई हो तो उसके लिए समिति की ओर से क्षमा मांगी गई. संघर्ष समिति ने आम जनता, पुलिस प्रशासन के साथ ही इन्द्रदेव को भी धन्यवाद किया. जनभावनाओं के साथ जुड़े कार्यक्रम में ज्ञात- अज्ञात सभी सहयोगियों, पूज्य नारायण दास जी महाराज, शहर के अन्य सभी श्रेष्ठ संतों ने भी प्रदर्शन में भाग लिया. विभिन्न जाति बिरादरी प्रमुखों, व्यापार मंडलों, धार्मिक – सांस्कृतिक संस्थाओं, छात्र संगठनों, किसान – मजदूर, रिक्शा, ऑटो रिक्शा, मिनी बस यूनियनों सहित सभी सहयोगी संगठनों ने भाग लिया. विभिन्न चौराहों पर प्रदर्शन में मातृशक्ति भी बड़ी संख्या में उपस्थित थी. समिति ने सहयोग के लिए सभी का आभार जताया.