स्वदेशी जागरण मंच का बारहवां राष्ट्रीय सम्मेलन दिनांक 25 से 27 दिसम्बर तक जोधपुर में

स्वदेशी जागरण मंच का बारहवां राष्ट्रीय सम्मेलन दिनांक 25 से 27 दिसम्बर तक हनुवंत आदर्श विद्या मंदिर, लालसागर, जोधपुर में आयोजित हो रहा है। यह सम्मेलन ऐसे समय में हो रहा है जब भारत का निर्यात पिछले 12 महीने से लगातार घट रहा है, समूची दुनिया में मंदी, जलवायु, बेरोजगारी जैसे संकट मुहं बाए हुए खडे है। कोई रास्ता नहीं सूझ रहा है।

धर्मेन्द्र दुबे प्रदेश सहसंयोजक ने बताया कि सौर ऊर्जा के विषय में इस बात पर भी चर्चा की जायेगी कि सौर उर्जा उत्पादन करने में भारतीय नवयुवकों के नए उद्योग किस प्रकार से खड़े किए जाएं। कहीं ऐसा न हो जाए कि इसमें भी आई.टी.क्रांति की तरह विदेशी कंपनियों के पास ही सारा उत्पादन/व्यापार चला जाए व भारत के हिस्से केवल सोलर पेनलों की धूल  झाड़ने का ही काम बांट में आए।  भूमि अधिग्रहण के मुद्दे पर मंच के द्वारा चलाए गए आंदोलन की भी विस्तार से चर्चा होगी।

सम्मेलन में ये लोग होगें केन्द्र बिन्दु 

 इस राष्ट्रीय सम्मेलन में स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय संयोजक श्री अरूण ओझा, राष्ट्रीय संगठक श्री कश्मीरी लाल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के  अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख डाॅ. मनमोहन वैद्य, अखिल भारतीय सह संयोजक प्रो. भगवती प्रकाश, डाॅ. धनपत अग्रवाल, आर. सुन्दरम, अश्विनी महाजन, उत्तर  भारत संगठक सतीश कुमार, राजस्थान प्रान्त संयोजक भागीरथ चौधरी, लघु उद्योग भारती के ओपी मिŸाल, विद्या भारती के जी. आर जगदीश, डाॅ. आर. के. त्यागी, पूर्व अध्यक्ष हिन्दूस्तान एरोनोटिक्स लिमिटेड, विक्रमजीत बनर्जी, एडवोकेट जनरल नागालैण्ड, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, लघु उद्योग भारती, विद्या भारती, वनवासी कल्याण आश्रम संगठनों के प्रतिनिधि भी इसमें सम्मिलित होंगे।    सम्मेलन में देश भर से 2000 दायित्ववान कार्यकर्ता सभी प्रान्तों से भाग लेंगे।

इन विषयों पर किया जाएगा गहन मंथन

राष्ट्रीय सम्मेलन में विभिन्न विषयों पर विस्तृत चर्चा कर सरकार व आम जन के लिए प्रस्ताव तैयार किए जाएगें।

जी. एम. फसलें 

देश में जैव रूपातंरित फसलें अर्थात जेनेटिकली माॅडिफाइड (जी.एम.) फसलों के परीक्षण के विरूद्ध सर्वाेच्च न्यायलय में याचिका विचाराधीन होने पर भी तत्कालीन केन्द्र सरकार ने इनके परीक्षण की अनुमति देकर देश के पारिस्थितिकी तन्त्र के सम्मुख एक गंभीर संकट उत्पन्न कर दिया है। ऐसी फसल जिस में कोई इच्छित गुण प्रकट करने के लिए उस वांछित गुण से युक्त पौधे या जन्तु उस गुण के कारक वंशाणु या जीव को प्रत्यारोपित करने पर उस बाहरी वंशाणुयुक्त प्राप्त हुई फसल प्रजाति जैव रूपातंरित या जी. एम. फसल कहलाती है। स्वदेशी जागरण मंच जी. एम. फसलों के खुले में परीक्षण के खिलाफ है। इस पर विस्तृत विचार विमर्श किया जाएगा।

पर्यावरण

 देश में उद्योगों के अपशिष्ट वाहनों के धुंए एवं पेड़-पौधों की अंधाधुध कटाई से पर्यावरण प्रदूषण की मात्रा गंभीर चिंता का विषय बन गई है। स्वदेशी जागरण मंच केन्द्र, राज्य एवं सम्बन्धित संस्थाओं को इस संबंध में उचित उपाय करने हेतु विस्तृत नोट दिया जाएगा।

चीन से चुनौती

 वर्तमान परिप्रेक्ष्य में चीन ने भारत को विभिन्न क्षेत्रों में चुनौतियां दी है। देश में चीनी सामान की बिक्री ने स्वदेशी उद्योगों की बन्द होने के कगार पर ला खड़ा किया है। इसके अतिरिक्त सीमा क्षेत्र पर भी चीन ने समय-समय पर परेशानियां खड़ी की है। पड़ौसी देशों पाकिस्तान व नेपाल में भी चीन ने अपना दबदबा बढाकर भारत को घेरने की कोशिश की है।

वर्तमान आर्थिक परिदृश्य एवं इससे निकलने के उपायों पर स्वदेशी सम्मेलन में विस्तृत चर्चा की जाएगी। बाजार में बढती कीमतों, ब्याज दरों में गिरावट, रूपये के घटती-बढती कीमतों आदि विषयों पर विश्लेषण किया जायेगा। इसके आलवा देशी चिकित्सा, महिलाओं की सुरक्षा एवं उनके अधिकार , कृषि विकास, बौद्धिक सम्पदा अधिकार, मेड बाय इण्डिया, शिक्षा के गिरते स्तर केा कैसे रोका जाए, सतत् एवं समग्र विकास की अवधारणा आदि विषयों पर विस्तृत चर्चा की जाएगी तथा विस्तृत ज्ञापन तैयार कर केन्द्र सरकार को इस सम्बन्ध में उचित एवं शीघ्र कार्यवाही हेतु लिखा जाएगा।

राष्ट्रीय सम्मेलन से पूर्व 24 दिसम्बर 2015 को राष्ट्रीय परिषद की बैठक आयोजित की जाएगी।
राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन सत्र 25 दिसम्बर 2015 को प्रातः 11.00 बजे आयोजित होगा।

स्वदेशी संदेश रैली

दिनांक 26 दिसम्बर 2015 को दोपहर 2.00 बजे आयोजित की जायेगी। रैली उम्मेद स्टेडियम से रवाना होकर नई सड़क, सोजती गेट, जालोरी गेट, गोल बिल्डिंग होती हुई गांधी मैदान सरदारपुरा पंहुचकर स्वदेशी हुंकार सभा में तब्दील हो जायेगी। इस रैली में विभिन्न नारों व झांकियों के माध्यम से देशभर के स्वदेशी कार्यकर्ता जोधपुरवासियों को संदेश देगें। 

हूँकार सभा 

हुंकार सभा में किसानों, मजदूरों, लघु उद्योगों के लिए आवश्यक निति निर्धारण हेतु हुंकार भरी जायेगी। इस सभा में स्थानीय, प्रदेश तथा राष्ट्रीय स्तर के प्रमुख किसान, मजदूर तथा उद्योगों की लड़ाई लड़ने वाले प्रतिनिधि भाग लेगें। जहां पर स्वदेशी कार्यकर्ता हुंकार भरकर स्वदेशी वस्तुओं के अधिकाधिक उपयोग का आव्हान एवं चीनी सामान के बहिष्कार व राष्ट्रीय मुद्दों पर स्वदेशी की बात करेगें। दिनांक 26 दिसंबर 2015 को गांधी मैदान में आयोजित होने वाली इस विशाल स्वदेशी हंुकार सभा में राजस्थान से 10000 कार्यकर्ताओं के जुटने की संभावना है।

सम्मेलन में प्रमुख आकर्षण

राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान स्वदेशी यात्रा प्रदर्शनी, डिजीटल प्रदर्शनी, साहित्य विक्रय एवं प्रदर्शनी, स्वदेशी दृष्टि-स्मारिका का प्रकाशन एवं विमोचन। गौ उत्पादन, राजस्थान के कला उत्पादनों के स्टाॅल व मारवाड़ी लोक संस्कृति से ओतप्रोत सांस्कृतिक कार्यक्रम ।

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