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 स्वामी लक्ष्मणानंद : अविस्मर्णीय धर्म यौद्धा की गाथा 

स्वामी लक्ष्मणानंद बलिदान दिवस : अविस्मर्णीय धर्म यौद्धा की गाथा  आज स्वामी लक्ष्मणानंद जी का बलिदान दिवस है. स्वामी जी भारत में धर्मांतरण के विरुद्ध एक मशाल थे. भारत में कन्वर्जन ने हमारे प्रतिमान नष्ट किए, हमारी परंपराओं को बाधित किया, हमारे समाज की दशा-दिशा बदली और इसके कारण ही न जाने कितने हिंदुओं का […]

23 August 2023
 

हिंदू बौद्ध संयुक्त रूप मे आज भी विश्वगुरु ही हैं हम – प्रवीण गुगनानी

बुद्ध जयंती, बुद्ध पूर्णिमा, वेसाक या हनमतसूरी समूचे भारत वर्ष के लिए एक महत्वपूर्ण, आस्था जन्य और उल्लासपूर्वक मनाया जाने वाला पर्व है। विश्व के अनेक भागों में फैले हुए हिंदू, बौद्ध इस पर्व को वेसाक (हिंदू कैलेंडर के वैशाख का अप्रभंश) के नाम से भी जानतें हैं। भगवान् बुद्ध के अवतरण के संग संग […]

4 May 2023
 

लोकमान्य व वीर सावरकर की प्रेरणा से गणेशोत्सव राष्ट्रीय पर्व बन गया था – प्रवीण गुगनानी

भारत में सार्वजनिक गणेशोत्सव सातवाहन, राष्ट्रकूट और चालुक्य वंशो से लेकर शिवाजी के शासन तक निर्बाध चलता रहा है। पेशवाओं के समय पर तो गणेशोत्सव को राष्ट्रदेवता की मान्यता के साथ मनाया जाता था। ब्रिटिशकाल में गणेश स्थापना व विसर्जन की परंपरा पर रोक लगने लगी और यह क्रम कहीं मद्धम पड़ा तो कहीं बंद […]

30 August 2022
 

राजनैतिक दल स्पष्ट करें डिलिस्टिंग के पक्ष में हैं या विरोध में ? – प्रवीण गुगनानी

जनजातीय मुद्दों पर प्रतिदिन अपने स्वार्थ की रोटियां सेंकने वाले विभिन्न संगठन व राजनैतिक दल डिलिस्टिंग जैसे संवेदनशील मुद्दे पर चुप क्यों हैं? स्पष्ट है कि वे कथित धर्मान्तरित होकर जनजातीय समाज के साथ छलावा और धोखा देनें वाले लोगों के साथ खड़े हैं. ये कथित दल, संगठन और एनजीओ भोले भाले वनवासी जनजातीय समाज […]

27 May 2022
 

गंगा अवतरण से लगा नौआखली दंगा पीड़ितों की चित्र यात्रा है संविधान – डॉ. सुरेंद्र कुमार जाखड़

26 नवम्बर संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है। 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा द्वारा संविधान को अपनाया गया। स्वतंत्रता मिलते ही देश को चलाने के लिए संविधान बनाने के लिए काम शुरू कर दिया गया। इसी कड़ी में 29 अगस्त 1947 को भारतीय संविधान के निर्माण के लिए प्रारूप समिति बनाई गई। इसके अध्यक्ष के रूप में डॉ. भीमराव अंबेडकर को […]

26 November 2021
 

बिरसा मुंडा की उलगुलान परंपरा का नया वाहक: जनजातीय गौरव दिवस

जनजातीय गौरवदिवस – 15 नवंबर आज जब देश के प्रधानमंत्री श्रीयुत नरेंद्र मोदी देश में भगवान् बिरसा मुंडा के जन्मदिन 15 नवंबर को राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने की परंपरा का शुभारंभ कर रहे हैं तब स्वाभाविक ही विदेशी परंपरा व विघ्नसंतोषियों के “मूलनिवासी दिवस” का विचार हृदय में आता है। भारत […]

15 November 2021
 

शासकीय तंत्र में मानवीय मंत्र की स्थापना का सिद्धांत – एकात्म मानववाद

महान दार्शनिक प्लेटो के शिष्य व सिकंदर के गुरु अरस्तु ने कहा था – “विषमता का सबसे बुरा रूप है विषम चीजों को एक समान बनाने का प्रयत्न करना।”   The worst form of inequality is to try to make unequal things equal. एकात्म मानववाद, विषमता को इससे बहुत आगे के स्तर पर जाकर हमें समझाता […]

25 September 2021
 

ગુરુ શ્રી તેગબહાદુરનું બલિદાન નવા ભારત ના નિર્માણ ની પ્રેરણા બનશે – દત્તાત્રેય હોસબાલે

ભારતીય ઇતિહાસમાં, નવમા ગુરુ શ્રી તેગબહાદુરનું વ્યક્તિત્વ અને કર્તુત્વ તેજસ્વી નક્ષત્રની જેમ દૈદીપ્યમાન  છે. તેમનો જન્મ અમૃતસરમાં પિતા ગુરુ હરગોવિંદ જી અને માતા નાનાનકીજીના ઘરે વૈશાખ કૃષ્ણ પંચમીના દિવસે થયો હતો. નાનકશાહી કેલેન્ડર મુજબ, ગુરુ તેગબહાદુરજી ના  પ્રકાશના 400 વર્ષ 1 મે, 2021 ના ​​રોજ પૂર્ણ થઈ રહ્યા છે. જે સમયે મધ્ય એશિયાના મોગલોએ ભારતના […]

1 May 2021
 

वीर तिलका मांझी जयंती – 11 फरवरी

भारत के स्पार्टाकस तिलका मांझी  वैसे तो विधर्मी आक्रांताओं के विरुद्ध भारत भूमि ने हजारों-लाखों लाल जन्मे हैं किंतु औपनिवेशिक आक्रांताओं के विरुद्ध जो आदि विद्रोही हुये  या प्रथम लड़ाके हुये उस वीर को  तिलका मांझी के नाम से जाना जाता है। तिलका मांझी को जबरा पहाड़िया नाम से भी जाना जाता है। ऐसा निस्संकोच […]

11 February 2021
 

गुरुनानक देव जी की सीखें हर काल में प्रासंगिक रहेंगी- डॉ नीलम महेंद्र

गुरुनानक देव जी की सीखें हर काल में प्रासंगिक रहेंगी। ੴ ਸਤਿ ਨਾਮੁ ਕਰਤਾ ਪੁਰਖੁ ਨਿਰਭਉ ਨਿਰਵੈਰੁ ਅਕਾਲ ਮੂਰਤਿ ਅਜੂਨੀ ਸੈਭੰ ਗੁਰ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ॥ ॥ ਜਪੁ ॥ ਆਦਿ ਸਚੁ ਜੁਗਾਦਿ ਸਚੁ ॥ ਹੈ ਭੀ ਸਚੁ ਨਾਨਕ ਹੋਸੀ ਭੀ ਸਚੁ ॥1॥ एक ओंकार सतनाम, कर्तापुरख, निर्माह निर्वैर, अकाल मूरत, अजूनी सभं. गुरु परसाद ॥ ॥ जप […]

30 November 2020