1857 के स्वातंत्र्य समर सम्पूर्ण देश को आप्लावित करने वाला स्वयंस्फूर्त समर था। मुम्बई में भी उस समय अनेक क्रान्तिकारी हुए, जिनमें से मंगल गाडिया एवं सैयद हुसैन को 15 अक्तूबर, 1857 को तोप से उड़ाकर अंग्रेजों ने अपने मुँह पर कालिख पोती थी। मुम्बई में आधुनिक शिक्षा का प्रणेता मान कर जिसके गुण गाये […]
श्री ठेंगड़ी 1951 से 1953 तक मध्य प्रदेश में ‘भारतीय जनसंघ’ के संगठन मन्त्री रहे; पर मजदूर क्षेत्र में आने के बाद उन्होंने राजनीति छोड़ दी। 1964 से 1976 तक दो बार वे राज्यसभा के सदस्य रहे। उन्होंने विश्व के अनेक देशों का प्रवास किया। वे हर स्थान पर मजदूर आन्दोलन के साथ-साथ वहाँ की […]
राधा बाबा के नाम से विख्यात श्री चक्रधर मिश्र का जन्म ग्राम फखरपुर (गया, बिहार) में 1913 ई. की पौष शुक्ल नवमी को एक राजपुरोहित परिवार में हुआ था। 1928 में गांधी जी के आह्वान पर गया के सरकारी विद्यालय में उन्होंने यूनियन जैक उतार कर तिरंगा फहरा दिया था। शासन विरोधी भाषण के आरोप में […]
स्वतंत्र भारत की राजनीति और चिंतन धारा पर जिन गिने-चुने लोगों के व्यक्तित्व का गहरा असर हुआ है, उनमें डॉ. राम मनोहर लोहिया और जयप्रकाश नारायण प्रमुख रहे हैं। भारत के स्वतंत्रता युद्ध के आखिरी दौर में दोनों की भूमिका बड़ी महत्वपूर्ण रही है। देश की राजनीति में स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान और स्वतंत्रता के बाद […]
ग्राम कडोली (जिला परभणी, महाराष्ट्र) में 11 अक्तूबर, 1916 (शरद पूर्णिमा) को जन्मे चंडिकादास अमृतराव (नानाजी) देशमुख ने भारतीय राजनीति पर अमिट छाप छोड़ी। 1967 में उन्होंने विभिन्न विचार और स्वभाव वाले नेताओं को साथ लाकर उ.प्र. में सत्तारूढ़ कांग्रेस का घमंड तोड़ दिया। इस कारण कांग्रेस वाले उन्हें नाना फड़नवीस कहते थे। छात्र जीवन […]
अंग्रेजी भाषा के प्रसिद्ध साहित्यकार श्री राशिपुरम कृष्णास्वामी नारायणस्वामी अय्यर अर्थात आर.के.नारायण का जन्म 10 अक्टूबर, 1906 को मद्रास में हुआ था। उनके पिता एक विद्यालय में प्रधानाचार्य थे। इसलिए पढ़ने और पढ़ाने का वातावरण उन्हें बचपन से ही मिला। भारत में अत्यधिक लोकप्रिय व्यंग्य चित्र (कार्टून) निर्माता श्री आर.के.लक्ष्मण उनके बड़े भाई थे। अनेक […]
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की परम्परा में प्रचारक अविवाहित रहकर काम करते हैं; पर कुछ अपवाद भी होते हैं। ऐसे गृहस्थ प्रचारकों की परम्परा के जनक प्रभाकर बलवन्त दाणी का जन्म नौ अक्तूबर, 1907 को उमरेड, नागपुर में हुआ था। आगे चलकर ये भैया जी दाणी के नाम से प्रसिद्ध हुए। ये अत्यन्त सम्पन्न पिता के […]
भारतीय वायु सेना की स्थापना दिवस 8 अक्टूबर, 1932 भारतीय वायु सेना की स्थापना 8 अक्टूबर, 1932 को की गई और 1 अप्रैल 1954 को एयर मार्शल सुब्रोतो मुखर्जी, भारतीय नौसेना के एक संस्थापक सदस्य ने प्रथम भारतीय वायु सेना प्रमुख का कार्यभार संभाला। भारतीय वायुसेना विश्व की चौथी सबसे बड़ी वायु शक्ति मानी जाती है। कई बार अपना लोहा मनवा चुकी भारतीय वायुसेना हर संकट में अपनी योग्यता […]
अपने शौर्य से इतिहास की धारा मोड़ने वाले वीर हेमू का जन्म दो अक्तूबर, 1501 (विजयादशमी) को ग्राम मछेरी (अलवर, राजस्थान) में हुआ था। उनके पिता राय पूरणमल पहले पुरोहित थे; पर फिर वे रिवाड़ी (हरियाणा) आकर नमक और बारूद में प्रयुक्त होने वाले शोरे का व्यापार करने लगे। हेमू ने यहां आकर शस्त्र के […]
भारतीय खगोल वैज्ञानिक मेघनाद साहा का खगोल विज्ञान के क्षेत्र में अविस्मरणीय योगदान है. मेघनाद साहा का जन्म: 6 अक्टूबर 1893, शाओराटोली, ढाका (वर्तमान बांग्लादेश) मे हुआ था. वास्तव में मेघनाद साहा के तापीय आयनीकरण (थर्मल आयोनाइजेश) के सिद्धांत को खगोल विज्ञान में तारकीय वायुमंडल के जन्म और उसके रासायनिक संगठन की जानकारी का आधार माना जा सकता है. खगोल […]